बुधवार, 18 अक्तूबर 2023
भव्य मोबाइल शॉप का हुआ उद्घाटन
मंगलवार, 17 अक्तूबर 2023
झंझरिया पोखरा का अस्तित्व खतरे में
ऐतिहासिक झंझरिया पोखरा का प्रशासनिक स्तर से अतिक्रमण हटाने की नहीं हुई पहल, सिर्फ कागजों में ही सिमटा योजना
शनिवार, 22 अप्रैल 2023
1857 का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे वीर बाबू कुँवर सिंह - रंजीत राज
1857 का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे वीर बाबू कुँवर सिंह - रंजीत राज
भोजपुर : बिहार के शाहाबाद (भोजपुर) जिले के जगदीशपुर गाँव में जन्मे बाबू वीर कुँवर सिंह का जन्म 1777 में प्रसिद्ध शासक भोज के वंशजों में हुआ। इनके पिता का नाम साहबजादा सिंह और माता का नाम रानी पंचरतन देवी था। उनके छोटे भाई अमर सिंह, दयालु सिंह और राजपति सिंह एवं इसी खानदान के बाबू उदवंत सिंह, उमराव सिंह तथा गजराज सिंह नामी जागीरदार रहे! भारत की आजादी में सैकड़ो वीरों और वीरांगनाओं का अहम योगदान था। हजारों वीरो ने अपने प्राणों का आहुति दिया था, अंग्रेजों के खिलाफ 1857 की क्रांति में, इन्हीं योद्धाओ में से एक थे बिहार के 80 साल के योद्धा बाबू वीर कुँवर सिंह जी। जिन्होंने अपनी आयु और ढलते शरीर की परवाह किये बगैर अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांति का बिगुल बजा दिया था। वीर कुँवर सिंह को भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक के रूप में जाना जाता है, जो 80 वर्ष की उम्र में भी लड़ने तथा विजय हासिल करने का माद्दा रखते थे। अन्याय विरोधी व स्वतंत्रता प्रेमी बाबू वीर कुँवर सिंह कुशल सेना नायक थे। अपने ढलते उम्र और बिगड़ते सेहत के बावजूद भी उन्होंने कभी भी अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके बल्कि उनका डटकर सामना किया। अस्सी वर्ष की उम्र में अंग्रेजों के खिलाफ तलवार उठाकर उन्हें देश से भगाने के लिए कुँवर सिंह को आज भी याद किया जाता है। वह बिहार में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई के मुख्य आयोजक थे । अपने पराक्रम के दम पर उन्होंने आरा, जगदीशपुर और आजमगढ़ को आजाद कराया था। वीर कुँवर सिंह ने जगदीशपुर के
रविवार, 5 फ़रवरी 2023
नगर पंचायत जगदीशपुर भोजपुर के होने वाली बोर्ड बैठक में 5 सूत्री प्रस्ताव पारित करने हेतु किया पत्राचार - रंजीत राज
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गुरुवार, 26 जनवरी 2023
रविवार, 15 जनवरी 2023
1907 में घाट पर स्थापित शिलापट्ट अपने वजूद को प्रमाणित कर रहा है, जबकि वर्षो पूर्व विकास का कोई प्रमाण नहीं है। - रंजीत राज
ऐतिहासिक स्थल एवं झंझरिया पोखरा बना कमाई का जरिया - रंजीत राज
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2 मार्च को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का बनेगा स्वास्थ्य कार्ड: रंजीत राज
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लाभार्थियों के घर स्वयं जाकर बनाया आयुष्मान कार्ड: रंजीत राज