गुरुवार, 21 जून 2018

योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है - रंजीत राज

योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है - रंजीत राज
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(#बिहार)

"योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है। विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी। जिसके बाद 21 जून को "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" घोषित किया गया। 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त
राष्ट्र में 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो बहुत ही सराहनीय है। योग हमारे जीवन मे बहुत ही महत्वपूर्ण है, मैं सभी जनमानस से अपील करता हूँ कि योग करें और स्वस्थ रहें।

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रविवार, 17 जून 2018

नगर पंचायत के मुख्य पार्षद एवं उनके चम्मचों को खुलेआम चुनौती :- रंजीत राज

नगर पंचायत के मुख्य पार्षद एवं उनके चम्मचों को खुलेआम चुनौती :- रंजीत राज

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 (#बिहार)

नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर के भ्रष्टाचार एवं राशि गबन को हमारे एवं सहयोगियों के द्वारा उजागर करने पर गद्दार कहने वालों मुख्य पार्षद मुकेश कुमार सहित उनके चम्मचों को खुली चुनौती है कि किसी भी तिथि को आम जनता की अदालत में भ्रष्टाचार एवं नगर पंचायत में व्याप्त आर्थिक आतंकवाद पर बहस कर ले। मुख्य पार्षद किस तरह का विकास पुरुष है यह बात किसी से भी छुपी नहीं है। भ्रष्टाचार का इससे बड़ा सबूत क्या है कि मुख्य पार्षद की पत्नी रीता कुमारी के कार्यकाल में किस तरह षड्यंत्र कर तत्कालीन BDO प्रभाकर कुमार, राम एकबाल प्रसाद सहित सभी साजिश कर करोड़ो रुपयें की पेंशन राशि कार्यपालक पदाधिकारी को नहीं भुगतान कर कर्मचारी के नाम से चेक कटवाकर राशि गबन की गई। राशि गबन उपरान्त प्राथमिकी दर्ज हुई जिसके कारण एक कर्मी की मौत भी हो गयी जो विधवा, दिव्यांग और वृद्धा पेंशन की राशि गबन राशि का षड्यंत्र रच सकता है वो अन्य राशि गबन हेतु षड्यंत्र रचकर भी राशि गबन करेगा। नगर पंचायत जगदीशपुर में आर्थिक आतंकवाद के साथ-साथ नैतिक भ्रष्टाचार भी व्याप्त है जिसका उदाहरण है - मृत कर्मी देवलाल राम पर प्राथमिकी दर्ज करवाना। हमें गद्दार वही कह रहे हैं कि जिनकी दाल-रोटी मुख्य पार्षद की कृपा की मोहताज है। मुख्य पार्षद के चम्मचों एवं मुख्य पार्षद को मैं चुनौती देता हूँ कि किसी भी दिन हमसे भ्रष्टाचार एवं राशि गबन पर बहस कर ले। मुख्य पार्षद इतना ही ईमानदार है तो सारे कार्य क्यों नहीं सरकारी निर्देशानुसार करवाता है? श्री दूधनाथ बाबा कार्य पर विवाद था तो विवाद
किसके द्वारा किया गया? इस पर क्या कारवाई की गई? यह कार्य नगर पंचायत जब करवा रही थी तो श्रमदान रोड निर्माण के नाम पर तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी बालमुकुंद प्रसाद के द्वारा उद्घाटन क्यों किया गया? विवाद के समाधान में 3 वर्ष किस कारण लगे? विवादित कार्य में पूर्ण राशि का भुगतान कैसे कर दिया गया? मुख्य पार्षद के चम्मचों अपने निजी स्वार्थ में जगदीशपुर एवं आम जनता को गुमराह मत करो। रही नगर पंचायत की विकास की बात कोई भी मुख्य पार्षद या वार्ड पार्षद अपने पैतृक संपत्ति से विकास नहीं कर रहा है। आम नागरिक के द्वारा टैक्स की दी जाने वाली राशि से विकास हो रहा है। किसका विकास हो रहा है यह आम नागरिक अच्छी तरह जानती है। एक बार मैं पुनः मुख्य पार्षद एवं चम्मचों को चुनौती देता हूँ भ्रष्टाचार पर कब और किस समय बात करोगे बताओ?
                               मेरी कलम से......
                                                 रंजीत राज
                                                 पार्षद, 06
                                          नगर पंचायत जगदीशपुर
                                              भोजपुर, बिहार।

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शुक्रवार, 15 जून 2018

15,84,000 रुपयें गबन की जांच को प्रभावित एवं गुमराह करने की नियत से गबनकर्ताओं द्वारा लिपापोती करने का प्रयास :- समहुत यादव


15,84,000 रुपयें गबन की जांच को प्रभावित एवं गुमराह करने की नियत से गबनकर्ताओं द्वारा लिपापोती करने का प्रयास :- समहुत यादव
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(#आपकी बात)

नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर के भूतपूर्व मुख्य पार्षद एवं वर्तमान मुख्य पार्षद की पत्नी श्रीमती रीता कुमारी के कार्यकाल वित्तीय वर्ष 2015-16 में वार्ड संख्या - 18 में श्री दूधनाथ बाबा तक मिट्टी रोड निर्माण योजना संख्या - 06 एवं 08 की 15,84,000 रुपयें की राशि षड्यंत्र एवं फर्जीवाड़ा कर अभिकर्ता श्री गुप्तेश्वर प्रसाद, कनीय अभियंता प्रिंस कुमार सहित अन्य द्वारा अपने निजी स्वार्थ पूर्ति हेतु गबन कर ली गई थी। इस गबन पर रंजीत राज पार्षद, वार्ड संख्या - 06 के द्वारा अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां परिवाद दायर किया गया था। जिसकी जांच हेतु पदाधिकारी नियुक्त किए जा चुके हैं, इन सब बातों से घबराकर जांच को प्रभावित एवं लोक शिकायत निवारण न्यायालय को गुमराह करने की नियत से वर्तमान मुख्य पार्षद एवं कार्यपालक पदाधिकारी जगदीशपुर द्वारा उक्त स्थल पर थोड़ी बहुत मिट्टी डालने का कार्य दिनांक 15.06.2018 को
किया जा रहा था। मिट्टी उसी जगह पर डाली जा रही थी जो रोड पूर्व में श्रमदान से निर्मित है। जो मिट्टी डाली जा रही वो
श्री दूधनाथ बाबा पोखरा से JCB एवं ट्रेक्टरों के द्वारा डाली जा रही है। इस कार्य पर जमीन के मालिक, पूर्व मुखिया पति एवं राजद नेता श्री अजय यादव ने कार्य पर रोक लगाई एवं प्रिंस कुमार से NOC की मांग की और कहा कि किसके आदेश से कार्य हो रहा है? श्रमदान से निर्मित सड़क पर 15,84,000
रुपयें की राशि 3 साल पूर्व गबन करके किस के पास रही? रंजीत राज ने इस संबंध में लिखित शिकायत अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहाँ किया। जिसमें लाखों-लाखों रुपयें की राशि गबन किसकी आदेश पर हुई? 3 वर्षों तक राशि गबन कर कौन-कौन मौज-मस्ती करते रहे? गरीब जनता के खून पसीने की टैक्स की राशि पर मौज करने वाले भ्रष्टाचारियों पर चौथे स्तंभ की चुप्पी देश के लिए विनाशकारी है। विकास की झूठी डपोर शंख बजाने वाली नगर पंचायत जगदीशपुर की काली स्याह सच्चाई यही है कि एक तरफ देश के हिफाजत एवं प्रगति के लिए हमारे भाई-मित्र सीमा पर शहीद हो रहे हैं एवं दूसरी तरफ यह भ्रष्टाचारी देश को आर्थिक आतंकवाद के भेंट कर खोखला करने में लगे हैं एवं लग्जरी गाड़ियों पर ऐश कर रहे है।
             इन सब पर कारवाई करने के बजाय कार्यपालक पदाधिकारी, मुख्य पार्षद सहित वार्ड पार्षद चुप्पी साध कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा एवं संरक्षण देने का कार्य कर रहे हैं।

बुधवार, 6 जून 2018

अनुमंडल कार्यालय के अधिवक्ता भवन में हुई अनुमंडल पदाधिकारी का विदाई -सह- अभिनंदन समारोह


अनुमंडल कार्यालय के अधिवक्ता भवन में हुई अनुमंडल पदाधिकारी का विदाई -सह- अभिनंदन समारोह

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(#आपकी बात) 

जगदीशपुर,भोजपुर व्यवहार न्यायालय एवं अनुमंडल न्यायालय के विद्वान अधिवक्ताओं द्वारा मंगलवार दिनांक 05.06.2018 को पर्यावरण दिवस के अवसर पर युवा, विद्वान, कर्तव्यनिष्ठ निवर्त्तमान अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज का विदाई समारोह एवं नये युवा विद्वान अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार का स्वागत समारोह का कार्यक्रम भव्य तरीके से संपन्न किया गया। जिसमें विभिन्न अधिवक्ताओं द्वारा पुराने एवं नये अनुमंडल पदाधिकारी को उपहार एवं बुके देकर सम्मानित किया गया है। इस मौके पर जिला सत्र


न्यायाधीश भोजपुर आरा एवं व्यवहार न्यायालय जगदीशपुर के विद्वान मुंसिफ श्री नीरज किशोर सिंह सहित अन्य पदाधिकारी गण भी उपस्थित थे। विभिन्न विद्वान अधिवक्ता एवं अन्य वक्ता के द्वारा कुमार पंकज को तेजस्वी एवं अपने कार्यशैली से आमजन के प्रति गहरी पैठ बनाने वाले प्रभावशाली धनी व्यक्तित्व का आदमी कहा गया। साथ ही नये अनुमंडल पदाधिकारी श्री अरुण कुमार से अपेक्षा की गई कि अनुमंडल क्षेत्राधिन अपने कार्यशैली एवं युवा उर्जा के द्वारा ऐतिहासिक नगरी में इतिहास गढ़ने का कार्य करेंगे।
        सरकारी नियम के अनुसार अधिकारियों का तबादला होना विधि व्यवस्था को सुचारु रुप संचालन करने हेतु होता रहता है। तबादला सरकारी कार्य प्रणाली का एक हिस्सा है जो नौकरी में है, उसे इस सच्चाई से मुंह नहीं मोड़ना होगा कानून का राज कायम रहे आमजन के भलाई के प्रति अपने फर्ज का निर्वाहन कौन- किस तरह से करता है यह इतिहास के
कालखंड में महत्वपूर्ण होता है। बता दे कि कुमार पंकज का स्थांतरण वरीय उप समाहर्ता के पद पर बेगूसराय हुआ है। इस विदाई - सह सम्मान समारोह में मुकुल विकास श्रीवास्तव (अध्यक्ष), बृंदानंद सिंह (सचिव), वीरेंद्र कुमार मिश्रा, देवव्रत ओझा, जयकांत दुबे, पंकज दुबे, सुरेंद्र सिंह (नोटरी), नंदेश्वर तिवारी, विनोद कुमार कंकड़, अभय कुमार सिंह, विजय कुमार सिंह, धर्मेश कुमार सिंह, विजय कुमार राम, सौरभ कुमार, रामजी सिंह, तैयब जी, कुमार मार्कण्डेय सिंह, सहित अन्य विद्वान अधिवक्तागण मौजूद थे।
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जन्मदिन की हार्दिक शुभकामना......
 (05.06.2018)

शुक्रवार, 1 जून 2018

अनुमंडल पदाधिकारी जगदीशपुर के तबादला से भ्रष्टाचारियों में जश्न का माहौल - रंजीत राज

अनुमंडलाधिकारी, जगदीशपुर - कुमार पंकज


अनुमंडल पदाधिकारी, जगदीशपुर के तबादला से भ्रष्टाचारियों में खुशी का माहौल है, वहीं दूसरी तरफ आम जनमानस दुःखी भी है। - रंजीत राज
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जगदीशपुर,भोजपुर के युवा ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ, व्यवहार कुशल, विद्वान अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज के तबादला से नगर पंचायत जगदीशपुर भ्रष्टाचारियों सहित अन्य भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वालों एवं लकीर के फकीर करने वालों में खुशी का माहौल है। युवा पदाधिकारी ने अपने फर्ज के प्रति वफादार रहते हुए बहुत ही कम समय में अनुमंडल क्षेत्र के अधीन कानून के प्रति आस्था रखने वालों में गहरी पैठ बना ली थी। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के वीर योद्धा बाबू वीर कुंवर सिंह के 160वीं विजयोत्सव समारोह का अविस्मरणीय कार्यक्रम का सफल समापन होना कुमार पंकज की बौद्धिक एवं कुशल प्रशासनिक क्षमता समस्त जनमानस
को मार्गदर्शित एवं गौरवान्वित करता है। माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार जहाँ युवा पदाधिकारी को जिला एवं अनुमंडल में शीर्ष पदों पर पद स्थापित करने के लिए सेमिनार में देश एवं समाज को अपनी युवक ऊर्जा से प्रगति के पथ ले जाने के लिए उत्साहित करते, वहीं दूसरी तरफ ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ युवा पदाधिकारी को कार्य करने से वंचित भी किया जा रहा है जो किसी भी परिस्थिति में सही नहीं है। आम जनमानस के प्रति वफादार रहने वाले अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज का तबादला जगदीशपुर के हित में हानिकारक है इनके तबादला से भ्रष्टाचारियों में खुशी का माहौल है वहीं दूसरी तरफ आम जनमानस दुखी भी है। बिहार सरकार की भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति एवं दूसरी तरफ अनुमंडल पदाधिकारी का तबादला सरकार की कार्यशैली पर प्रश्न खड़ा करता है की सभा व मंचों से बड़े-बड़े वाक्य करने से भ्रष्टाचार
मुक्त नहीं होगी भ्रष्टाचार के खात्मा हेतु कुमार पंकज जैसे भ्रष्टाचार की सर्जरी करने वाले अधिकारी की भी जरूरत है।  तभी भ्रष्टाचार सचमुच समाप्त होगी। मानव रूप में शरीर धारण करने से कुछ नहीं होता है शरीर तो मिलता ही रहता है लेकिन मिलने के बाद ऐसा कर दिया जाए कि लोग जाने के बाद भी हमें याद रखें ऐसे अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज जो है एक अभिव्यक्ति, एक प्रेरणा है। सत्ता के शीर्ष पर बैठने वाले की जिम्मेदारी है कि जो देश एवं समाज के प्रति वफादार हो उसके प्रति ऐसा रवैया जनहित के प्रति आत्मघाती होगा। राजनेताओं के द्वारा भारत की किसी भी महापुरुषों को स्मरण करके कर्तव्य की इतिश्री कर लेना रिवाज बन गया है। महापुरुषों के विचार पढ़ना और उन्हें दोहराना हमारी परंपरा का हिस्सा है लेकिन जब उन्हें आत्मसात करने की बारी आती है तो हम इस मोर्चे पर मात खा जाते हैं। हम उन विचारों एवं आदर्शों को सभागार एवं मंच पर ही छोड़ आते हैं और फिर अपनी निजी शूद्र स्वार्थ पूर्ति हेतु देश के प्रति गद्दारी करने में लग जाते हैं। जिस भारत माता की हम जयकार लगाते हैं उसी भारत माता के रोज चीरहरण करने में लगे रहते हैं समस्याओं की जड़ में जाने के बजाए हमारे राजनेता एक दूसरे पर दोषारोपण कर देश के प्रति अपने फर्ज का निर्वाहन समझ इतिश्री कर लेते हैं। बिहार सरकार आखिर कब तक बिहार की बर्बादी के लिए लालू प्रसाद एवं उनके परिवार एवं पार्टी को दोषी ठहराते रहेगी। बिहार के बर्बादी के लिए नगर पंचायत जगदीशपुर लालू प्रसाद से कहीं अधिक जिम्मेवार है जिसने सिर्फ भ्रष्टाचार ही किया है अपने निजी स्वार्थ पूर्ति हेतु सुशासन की सरकार कब कारवाई करेगी नगर पंचायत के भ्रष्टाचारियों पर ?
                      मेरी कलम से....
                                         रंजीत राज
                                         पार्षद, 06
                                 नगर पंचायत, जगदीशपुर
                                      भोजपुर, बिहार।