गुरुवार, 21 जून 2018

योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है - रंजीत राज

योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है - रंजीत राज
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(#बिहार)

"योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है। विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी। जिसके बाद 21 जून को "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" घोषित किया गया। 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त
राष्ट्र में 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो बहुत ही सराहनीय है। योग हमारे जीवन मे बहुत ही महत्वपूर्ण है, मैं सभी जनमानस से अपील करता हूँ कि योग करें और स्वस्थ रहें।

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रविवार, 17 जून 2018

नगर पंचायत के मुख्य पार्षद एवं उनके चम्मचों को खुलेआम चुनौती :- रंजीत राज

नगर पंचायत के मुख्य पार्षद एवं उनके चम्मचों को खुलेआम चुनौती :- रंजीत राज

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 (#बिहार)

नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर के भ्रष्टाचार एवं राशि गबन को हमारे एवं सहयोगियों के द्वारा उजागर करने पर गद्दार कहने वालों मुख्य पार्षद मुकेश कुमार सहित उनके चम्मचों को खुली चुनौती है कि किसी भी तिथि को आम जनता की अदालत में भ्रष्टाचार एवं नगर पंचायत में व्याप्त आर्थिक आतंकवाद पर बहस कर ले। मुख्य पार्षद किस तरह का विकास पुरुष है यह बात किसी से भी छुपी नहीं है। भ्रष्टाचार का इससे बड़ा सबूत क्या है कि मुख्य पार्षद की पत्नी रीता कुमारी के कार्यकाल में किस तरह षड्यंत्र कर तत्कालीन BDO प्रभाकर कुमार, राम एकबाल प्रसाद सहित सभी साजिश कर करोड़ो रुपयें की पेंशन राशि कार्यपालक पदाधिकारी को नहीं भुगतान कर कर्मचारी के नाम से चेक कटवाकर राशि गबन की गई। राशि गबन उपरान्त प्राथमिकी दर्ज हुई जिसके कारण एक कर्मी की मौत भी हो गयी जो विधवा, दिव्यांग और वृद्धा पेंशन की राशि गबन राशि का षड्यंत्र रच सकता है वो अन्य राशि गबन हेतु षड्यंत्र रचकर भी राशि गबन करेगा। नगर पंचायत जगदीशपुर में आर्थिक आतंकवाद के साथ-साथ नैतिक भ्रष्टाचार भी व्याप्त है जिसका उदाहरण है - मृत कर्मी देवलाल राम पर प्राथमिकी दर्ज करवाना। हमें गद्दार वही कह रहे हैं कि जिनकी दाल-रोटी मुख्य पार्षद की कृपा की मोहताज है। मुख्य पार्षद के चम्मचों एवं मुख्य पार्षद को मैं चुनौती देता हूँ कि किसी भी दिन हमसे भ्रष्टाचार एवं राशि गबन पर बहस कर ले। मुख्य पार्षद इतना ही ईमानदार है तो सारे कार्य क्यों नहीं सरकारी निर्देशानुसार करवाता है? श्री दूधनाथ बाबा कार्य पर विवाद था तो विवाद
किसके द्वारा किया गया? इस पर क्या कारवाई की गई? यह कार्य नगर पंचायत जब करवा रही थी तो श्रमदान रोड निर्माण के नाम पर तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी बालमुकुंद प्रसाद के द्वारा उद्घाटन क्यों किया गया? विवाद के समाधान में 3 वर्ष किस कारण लगे? विवादित कार्य में पूर्ण राशि का भुगतान कैसे कर दिया गया? मुख्य पार्षद के चम्मचों अपने निजी स्वार्थ में जगदीशपुर एवं आम जनता को गुमराह मत करो। रही नगर पंचायत की विकास की बात कोई भी मुख्य पार्षद या वार्ड पार्षद अपने पैतृक संपत्ति से विकास नहीं कर रहा है। आम नागरिक के द्वारा टैक्स की दी जाने वाली राशि से विकास हो रहा है। किसका विकास हो रहा है यह आम नागरिक अच्छी तरह जानती है। एक बार मैं पुनः मुख्य पार्षद एवं चम्मचों को चुनौती देता हूँ भ्रष्टाचार पर कब और किस समय बात करोगे बताओ?
                               मेरी कलम से......
                                                 रंजीत राज
                                                 पार्षद, 06
                                          नगर पंचायत जगदीशपुर
                                              भोजपुर, बिहार।

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शुक्रवार, 15 जून 2018

15,84,000 रुपयें गबन की जांच को प्रभावित एवं गुमराह करने की नियत से गबनकर्ताओं द्वारा लिपापोती करने का प्रयास :- समहुत यादव


15,84,000 रुपयें गबन की जांच को प्रभावित एवं गुमराह करने की नियत से गबनकर्ताओं द्वारा लिपापोती करने का प्रयास :- समहुत यादव
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(#आपकी बात)

नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर के भूतपूर्व मुख्य पार्षद एवं वर्तमान मुख्य पार्षद की पत्नी श्रीमती रीता कुमारी के कार्यकाल वित्तीय वर्ष 2015-16 में वार्ड संख्या - 18 में श्री दूधनाथ बाबा तक मिट्टी रोड निर्माण योजना संख्या - 06 एवं 08 की 15,84,000 रुपयें की राशि षड्यंत्र एवं फर्जीवाड़ा कर अभिकर्ता श्री गुप्तेश्वर प्रसाद, कनीय अभियंता प्रिंस कुमार सहित अन्य द्वारा अपने निजी स्वार्थ पूर्ति हेतु गबन कर ली गई थी। इस गबन पर रंजीत राज पार्षद, वार्ड संख्या - 06 के द्वारा अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां परिवाद दायर किया गया था। जिसकी जांच हेतु पदाधिकारी नियुक्त किए जा चुके हैं, इन सब बातों से घबराकर जांच को प्रभावित एवं लोक शिकायत निवारण न्यायालय को गुमराह करने की नियत से वर्तमान मुख्य पार्षद एवं कार्यपालक पदाधिकारी जगदीशपुर द्वारा उक्त स्थल पर थोड़ी बहुत मिट्टी डालने का कार्य दिनांक 15.06.2018 को
किया जा रहा था। मिट्टी उसी जगह पर डाली जा रही थी जो रोड पूर्व में श्रमदान से निर्मित है। जो मिट्टी डाली जा रही वो
श्री दूधनाथ बाबा पोखरा से JCB एवं ट्रेक्टरों के द्वारा डाली जा रही है। इस कार्य पर जमीन के मालिक, पूर्व मुखिया पति एवं राजद नेता श्री अजय यादव ने कार्य पर रोक लगाई एवं प्रिंस कुमार से NOC की मांग की और कहा कि किसके आदेश से कार्य हो रहा है? श्रमदान से निर्मित सड़क पर 15,84,000
रुपयें की राशि 3 साल पूर्व गबन करके किस के पास रही? रंजीत राज ने इस संबंध में लिखित शिकायत अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहाँ किया। जिसमें लाखों-लाखों रुपयें की राशि गबन किसकी आदेश पर हुई? 3 वर्षों तक राशि गबन कर कौन-कौन मौज-मस्ती करते रहे? गरीब जनता के खून पसीने की टैक्स की राशि पर मौज करने वाले भ्रष्टाचारियों पर चौथे स्तंभ की चुप्पी देश के लिए विनाशकारी है। विकास की झूठी डपोर शंख बजाने वाली नगर पंचायत जगदीशपुर की काली स्याह सच्चाई यही है कि एक तरफ देश के हिफाजत एवं प्रगति के लिए हमारे भाई-मित्र सीमा पर शहीद हो रहे हैं एवं दूसरी तरफ यह भ्रष्टाचारी देश को आर्थिक आतंकवाद के भेंट कर खोखला करने में लगे हैं एवं लग्जरी गाड़ियों पर ऐश कर रहे है।
             इन सब पर कारवाई करने के बजाय कार्यपालक पदाधिकारी, मुख्य पार्षद सहित वार्ड पार्षद चुप्पी साध कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा एवं संरक्षण देने का कार्य कर रहे हैं।

बुधवार, 6 जून 2018

अनुमंडल कार्यालय के अधिवक्ता भवन में हुई अनुमंडल पदाधिकारी का विदाई -सह- अभिनंदन समारोह


अनुमंडल कार्यालय के अधिवक्ता भवन में हुई अनुमंडल पदाधिकारी का विदाई -सह- अभिनंदन समारोह

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(#आपकी बात) 

जगदीशपुर,भोजपुर व्यवहार न्यायालय एवं अनुमंडल न्यायालय के विद्वान अधिवक्ताओं द्वारा मंगलवार दिनांक 05.06.2018 को पर्यावरण दिवस के अवसर पर युवा, विद्वान, कर्तव्यनिष्ठ निवर्त्तमान अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज का विदाई समारोह एवं नये युवा विद्वान अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार का स्वागत समारोह का कार्यक्रम भव्य तरीके से संपन्न किया गया। जिसमें विभिन्न अधिवक्ताओं द्वारा पुराने एवं नये अनुमंडल पदाधिकारी को उपहार एवं बुके देकर सम्मानित किया गया है। इस मौके पर जिला सत्र


न्यायाधीश भोजपुर आरा एवं व्यवहार न्यायालय जगदीशपुर के विद्वान मुंसिफ श्री नीरज किशोर सिंह सहित अन्य पदाधिकारी गण भी उपस्थित थे। विभिन्न विद्वान अधिवक्ता एवं अन्य वक्ता के द्वारा कुमार पंकज को तेजस्वी एवं अपने कार्यशैली से आमजन के प्रति गहरी पैठ बनाने वाले प्रभावशाली धनी व्यक्तित्व का आदमी कहा गया। साथ ही नये अनुमंडल पदाधिकारी श्री अरुण कुमार से अपेक्षा की गई कि अनुमंडल क्षेत्राधिन अपने कार्यशैली एवं युवा उर्जा के द्वारा ऐतिहासिक नगरी में इतिहास गढ़ने का कार्य करेंगे।
        सरकारी नियम के अनुसार अधिकारियों का तबादला होना विधि व्यवस्था को सुचारु रुप संचालन करने हेतु होता रहता है। तबादला सरकारी कार्य प्रणाली का एक हिस्सा है जो नौकरी में है, उसे इस सच्चाई से मुंह नहीं मोड़ना होगा कानून का राज कायम रहे आमजन के भलाई के प्रति अपने फर्ज का निर्वाहन कौन- किस तरह से करता है यह इतिहास के
कालखंड में महत्वपूर्ण होता है। बता दे कि कुमार पंकज का स्थांतरण वरीय उप समाहर्ता के पद पर बेगूसराय हुआ है। इस विदाई - सह सम्मान समारोह में मुकुल विकास श्रीवास्तव (अध्यक्ष), बृंदानंद सिंह (सचिव), वीरेंद्र कुमार मिश्रा, देवव्रत ओझा, जयकांत दुबे, पंकज दुबे, सुरेंद्र सिंह (नोटरी), नंदेश्वर तिवारी, विनोद कुमार कंकड़, अभय कुमार सिंह, विजय कुमार सिंह, धर्मेश कुमार सिंह, विजय कुमार राम, सौरभ कुमार, रामजी सिंह, तैयब जी, कुमार मार्कण्डेय सिंह, सहित अन्य विद्वान अधिवक्तागण मौजूद थे।
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जन्मदिन की हार्दिक शुभकामना......
 (05.06.2018)

शुक्रवार, 1 जून 2018

अनुमंडल पदाधिकारी जगदीशपुर के तबादला से भ्रष्टाचारियों में जश्न का माहौल - रंजीत राज

अनुमंडलाधिकारी, जगदीशपुर - कुमार पंकज


अनुमंडल पदाधिकारी, जगदीशपुर के तबादला से भ्रष्टाचारियों में खुशी का माहौल है, वहीं दूसरी तरफ आम जनमानस दुःखी भी है। - रंजीत राज
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जगदीशपुर,भोजपुर के युवा ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ, व्यवहार कुशल, विद्वान अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज के तबादला से नगर पंचायत जगदीशपुर भ्रष्टाचारियों सहित अन्य भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वालों एवं लकीर के फकीर करने वालों में खुशी का माहौल है। युवा पदाधिकारी ने अपने फर्ज के प्रति वफादार रहते हुए बहुत ही कम समय में अनुमंडल क्षेत्र के अधीन कानून के प्रति आस्था रखने वालों में गहरी पैठ बना ली थी। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के वीर योद्धा बाबू वीर कुंवर सिंह के 160वीं विजयोत्सव समारोह का अविस्मरणीय कार्यक्रम का सफल समापन होना कुमार पंकज की बौद्धिक एवं कुशल प्रशासनिक क्षमता समस्त जनमानस
को मार्गदर्शित एवं गौरवान्वित करता है। माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार जहाँ युवा पदाधिकारी को जिला एवं अनुमंडल में शीर्ष पदों पर पद स्थापित करने के लिए सेमिनार में देश एवं समाज को अपनी युवक ऊर्जा से प्रगति के पथ ले जाने के लिए उत्साहित करते, वहीं दूसरी तरफ ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ युवा पदाधिकारी को कार्य करने से वंचित भी किया जा रहा है जो किसी भी परिस्थिति में सही नहीं है। आम जनमानस के प्रति वफादार रहने वाले अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज का तबादला जगदीशपुर के हित में हानिकारक है इनके तबादला से भ्रष्टाचारियों में खुशी का माहौल है वहीं दूसरी तरफ आम जनमानस दुखी भी है। बिहार सरकार की भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति एवं दूसरी तरफ अनुमंडल पदाधिकारी का तबादला सरकार की कार्यशैली पर प्रश्न खड़ा करता है की सभा व मंचों से बड़े-बड़े वाक्य करने से भ्रष्टाचार
मुक्त नहीं होगी भ्रष्टाचार के खात्मा हेतु कुमार पंकज जैसे भ्रष्टाचार की सर्जरी करने वाले अधिकारी की भी जरूरत है।  तभी भ्रष्टाचार सचमुच समाप्त होगी। मानव रूप में शरीर धारण करने से कुछ नहीं होता है शरीर तो मिलता ही रहता है लेकिन मिलने के बाद ऐसा कर दिया जाए कि लोग जाने के बाद भी हमें याद रखें ऐसे अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज जो है एक अभिव्यक्ति, एक प्रेरणा है। सत्ता के शीर्ष पर बैठने वाले की जिम्मेदारी है कि जो देश एवं समाज के प्रति वफादार हो उसके प्रति ऐसा रवैया जनहित के प्रति आत्मघाती होगा। राजनेताओं के द्वारा भारत की किसी भी महापुरुषों को स्मरण करके कर्तव्य की इतिश्री कर लेना रिवाज बन गया है। महापुरुषों के विचार पढ़ना और उन्हें दोहराना हमारी परंपरा का हिस्सा है लेकिन जब उन्हें आत्मसात करने की बारी आती है तो हम इस मोर्चे पर मात खा जाते हैं। हम उन विचारों एवं आदर्शों को सभागार एवं मंच पर ही छोड़ आते हैं और फिर अपनी निजी शूद्र स्वार्थ पूर्ति हेतु देश के प्रति गद्दारी करने में लग जाते हैं। जिस भारत माता की हम जयकार लगाते हैं उसी भारत माता के रोज चीरहरण करने में लगे रहते हैं समस्याओं की जड़ में जाने के बजाए हमारे राजनेता एक दूसरे पर दोषारोपण कर देश के प्रति अपने फर्ज का निर्वाहन समझ इतिश्री कर लेते हैं। बिहार सरकार आखिर कब तक बिहार की बर्बादी के लिए लालू प्रसाद एवं उनके परिवार एवं पार्टी को दोषी ठहराते रहेगी। बिहार के बर्बादी के लिए नगर पंचायत जगदीशपुर लालू प्रसाद से कहीं अधिक जिम्मेवार है जिसने सिर्फ भ्रष्टाचार ही किया है अपने निजी स्वार्थ पूर्ति हेतु सुशासन की सरकार कब कारवाई करेगी नगर पंचायत के भ्रष्टाचारियों पर ?
                      मेरी कलम से....
                                         रंजीत राज
                                         पार्षद, 06
                                 नगर पंचायत, जगदीशपुर
                                      भोजपुर, बिहार।
      

बुधवार, 23 मई 2018

विजयश्री दिलाने वाली जनता जनार्दन को कोटी-कोटी धन्यवाद - रंजीत राज

विजयश्री दिलाने वाली जनता जनार्दन को कोटी-कोटी धन्यवाद - रंजीत राज
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#बिहार
नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर के नगरपालिका आम चुनाव 2017 में चुनावी जीत में मेरे गले में विजय श्री की माला डालने वाली वार्ड संख्या - 06 की समस्त आदरणीय जनता जनार्दन सहित नगर पंचायत जगदीशपुर के उन सभी स्नेही स्वजनों, मित्रगण, जनता को कोटी-कोटी बधाई। जिनके अथक प्रयास, अमूल्य योगदान से मेरी चुनावी जीत सुनिश्चित हुई मैं अपने वादे के मुताबिक नगर पंचायत जगदीशपुर में व्याप्त घोर आर्थिक आतंकवाद रूपी भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई जारी रखा हूँ, और निरंतर जारी रहेगी। मेरे द्वारा नगर पंचायत जगदीशपुर में आर्थिक अपराध, षड्यंत्र के तहत अपने निजी स्वार्थ पूर्ति हेतु घोटाला किये गये राशि के विरुद्ध की गई शिकायत निम्न प्रकार से है -
  
      1.  वित्तीय वर्ष 2015 16 में नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या की स्थिति श्री शिव जी पोखरा के उत्तर तरफ़ फर्जी पार्क निर्माण के नाम पर 10,00,000 रुपए की राशि उक्त स्थल पर वगैर कार्य कराये गबन।
      
       2. वित्तीय वर्ष 2015-16 में नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या 15 में 4,96,108 रुपए की राशि बौली तालाब की सफाई तथा मरम्मती के नाम पर वगैर कार्य कराये गबन।
     
       3. नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या - 18 में बिहियाँ पिरो रोड़ से दूधनाथ बाबा मंदिर तक सड़क निर्माण एवं मिट्टी भराई के नाम पर 15,84000/ ( पन्द्रह लाख चौरासी हजार ) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये गबन ।
      
      4. वित्तीय वर्ष 2013-2014 से 2016-2017 तक नगर पंचायत क्षेत्र के पेंशनधारियों की लगभग 2 करोड़ रुपये की राशि भी षडयंत्र एवं जालसाजी कर गबन कर ली गई है । जाँचोपरान्त राशि बढ़ सकती है।
      
      5. श्री कुँवर सिंह किला मैदान के गेट से हुनहुन गोसाई पुल तक नाला निर्माण (दोनो तरफ) की 32.262 लाख रुपये की स्वीकृत राशि को वगैर कार्य कराये गबन कर ली गयी है।
      
       6. श्री सम्राट अशोक विवाह भवन की राशि 1,03,33000/- (एक करोड़ तीन लाख तैत्तीस  हज़ार ) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये ही गबन कर ली गयी है।
       
        7. नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या - 01 के बोधा टोला में सड़क निर्माण के नाम पर 6,40,000/- (छः लाख चालीस हजार) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये ही राशि गबन कर ली गयी है।
      
         8.  नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या - 08 में  प्रमोद विश्वकर्मा के मकान से राजेन्द्र केशरी के मकान तक नाली निर्माण के नाम पर 4,05,000 (चार लाख पाँच हज़ार) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये ही गबन कर ली गयी है।
       
         9. नगर पंचायत क्षेत्र के बाराहना महिला कॉलेज जगदीशपुर के सामने मैदान में कचरा सफाई के नाम पर 6,50,000 (छः लाख पचास हज़ार) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये ही गबन कर ली गयी है।
      
       10. नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या - 08 में राजेन्द्र केशरी के मकान से अखौरी मुहल्ला स्कूल तक नाली एवं स्लैप निर्माण के नाम पर 6,83,700 (छः लाख तिरासी हज़ार सात सौं) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये ही गबन कर ली गयी है।
      
        11.  जगदीशपुर झाझरिया पोखरा के सफाई के नाम पर 15,000,00/- (पंद्रह लाख) रुपये की राशि गबन कर ली गयी है।
  
       12.  वित्तीय वर्ष 2015-16 में नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या- 16 में अमीरचन्द लाल के घर से राजू मिश्रा के घर तक P.C.C सड़क निर्माण एवं नाली निर्माण योजना की राशि ₹4,50,800 वगैर कार्य कराये ही गबन कर ली गई है।
इसी तरह से बहुत से राशि का गबन की गई है, अभी तो कुछ योजनाओं को पेश किया हूँ। अभी और भी है। ये घोटाला सिर्फ नमूना है अगर गहन धरातलीय जाँच हो तो स्थिति बहुत ही भयावह होगी।

गुरुवार, 17 मई 2018

मापी पुस्तिका के प्रभारी स्वर्गीय देवलाल राम पर प्राथमिकी दर्ज - रंजीत राज




मृत व्यक्ति पर प्राथमिकी दर्ज कर मानवता को किया गया शर्मसार - रंजीत राज

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#बिहार

नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर के वार्ड संख्या - 06 में योजना संख्या 37/2013-14 झाझरिया पोखरा से दुर्गा मंदिर होते हुए बांके साह के घर तक नाला निर्माण योजना में की गई अनियमिता से संबंधित जाँच उप विकास आयुक्त भोजपुर के अध्यक्षता में की गई। जिसमें उक्त योजना का मापी पुस्तिका नगर पंचायत कार्यालय से गायब पाई गई। मापी पुस्तिका के संबंध में नगर पंचायत कर्मी द्वारा जाँच दल को भी गुमराह किया गया। जाँच दल द्वारा इस संबंध में बहुत सारी गलतियां पकड़ी गई, पूर्व में भी इस नाला निर्माण योजना की जाँच में
वार्ड संख्या 6 स्थित मुख्य सड़क नाला, (डी० एम० रोड़) के अनियमितता पर हुई कारवाई।

तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी श्री अनुभूति श्रीवास्तव सहित अन्य पर मेरे शिकायत आवेदन पत्र पर "प्रपत्र क'' गठित हो चुकी है। जाँच के दौरान प्रथम दृष्टया योजना में गड़बड़ी प्रमाणित होने पर मापी पुस्तिका के प्रभारी पर स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही विभागीय कार्यवाही करने का आदेश जिला पदाधिकारी महोदय, भोजपुर के द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी श्री विजय नारायण पाठक नगर पंचायत जगदीशपुर को दी गई थी। कनीय अभियंता श्री रामसकल गुप्ता एवं सहायक अभियंता मोहम्मद जाकिर हुसैन के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही करने का आदेश दिया गया था। जिसके आलोक में जगदीशपुर थाना में जगदीशपुर कांड संख्या - 144/2018 भारतीय दंड संहिता की धारा 420/409 के तहत दर्ज की गई है। इस संबंध में गौर करने वाली मुख्य तथ्य यह है कि कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत जगदीशपुर के द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं कराके नगर पंचायत के सहायक कोषपाल सुरेश प्रसाद द्वारा दर्ज कराई गई है। दूसरी बात यह है कि मृत व्यक्ति के ऊपर किस कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। यह तो कोई कानून का जानकार ही बता सकता है। नगर पंचायत जगदीशपुर में भ्रष्टाचार का राज कायम है। कर्मचारी, अभियंता, कर्मी ही ठेकेदार बन जाते है। कार्यपालक पदाधिकारी अपने दायित्व से मुंह मोड़ कर भ्रष्टाचार में सहायक बने रहते है। इनकी नियत सिर्फ घोटाला करना है। किसी भी मुद्दे पर एक दूसरे के ऊपर दोषारोपण करते रहते है। कार्यालय कार्य का कभी भी समीक्षा नहीं करते है। विभागीय आदेश एवं नगरपालिका अधिनियम के विरुद्ध जाकर कार्य करना इनकी जीवन-शैली बन चुकी है। जिसमें आऐ दिन नगर पंचायत में तरह-तरह के घोटाला एवं गड़बड़ियों की मामला उजागर होता रहता है। इस संबंध में पीठासीन पदाधिकारी -सह- मुख्य पार्षद, नगर पंचायत जगदीशपुर भी चुप्पी साधकर मलाई खाते रहते हैं। इन भ्रष्टाचारियों पर कभी भी बोर्ड बैठक में चर्चा नहीं करते हैं। सिर्फ एक ही योजना को बार-बार प्रस्ताव में लेकर घोटाला का जन्मदाता बने हुए हैं। नगर पंचायत जगदीशपुर के कुकृत्यों का सजा मृत व्यक्तियों को भुगतने पड़ रही है जो बहुत दुःखदाई स्थिति है।



गुरुवार, 10 मई 2018

अपने बच्चों के शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित करने में अपने भूमिका को समझे अभिभावक - रंजीत राज



शिक्षा के क्षेत्र में लोक भागीदारी एवं वातावरण निर्माण हेतु तीन दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण का कार्य शुरु हुआ - रंजीत राज

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भोजपुर, बिहार :-
       जगदीशपुर, प्रखंड कॉलोनी में प्रमोद कुमार सिंह (ट्रेनर), विद्यालय शिक्षा समिति भोजपुर के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में लोक भागीदारी एवं वातावरण निर्माण हेतु तीन दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण का कार्य शुरू किया गया, बतादे की प्रशिक्षण 10 मई से 12 मई 2018 को होना है। ये प्रशिक्षण जगदीशपुर के मध्य विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, समिति सचिव एवं पदेन अध्यक्ष के लिए है। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य -

1. विद्यालय के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना।

2. विद्यालय में अच्छी शिक्षण व्यवस्था सुनिष्चित करने में समुदाय की भूमिका को समझना।

3. विद्यालय में शिक्षक एवं विद्यार्थी प्रतिनिधि की भूमिका की समझ उत्पन्न करना।

4. विद्यालय प्रबंधन में विद्यालय शिक्षा समिति की सहयोगात्मक और पर्ववेक्षनात्मक भूमिका को समझना ।

5. विद्यालय आंकलन के लिए स्कूल स्कोर कार्ड/मोबाईल स्कूल स्कोर कार्ड एप्लिकेशन का प्रयोग करना।

6. विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्यों की आवश्यक कुशलता विकसित करना।

7. विद्यालय विकास योजना निर्माण की क्षमता विकसित करना।

8. विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्य में अपने विद्यालय को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करने की चाह उत्पन्न करना।
         ये सभी उक्त बातें प्रमोद जी के द्वारा बताया गया, इस कार्यक्रम में सभी सरकारी मध्य/प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, समिति सचिव एवं पदेन अध्यक्ष सहित मुझे
भी भाग लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। त्रिदिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण मॉड्यूल लोक संवाद के माध्यम से यह कोशिश की जा रही है कि स्थानीय स्तर पर शिक्षायी मामलों में प्रतिनिधित्व कर रहे जन समुदाय के लोग बच्चों के शैक्षिक अधिकार एवं सर्व शिक्षा अभियान कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय राज्य तथा केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं उनके मानव को नई चुनौतियों का सामना करने हेतु नई तकनीक को आत्मसात करने अथवा विकल्पों को भली-भांति जाने तथा तदनुरूप अपनी भूमिका निभाएं। हमें विश्वास है कि जन सहयोग से हम ना केवल अपने बच्चों के शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित करने में कामयाब होंगे एक विकसित बिहार तथा भारत के निर्माण में भी अवश्य सफल होंगे।
                              धन्यवाद...

बुधवार, 9 मई 2018

एक ऐसा योद्धा जिसने नहीं झुकाया अकबर के आगे सिर - रंजीत राज


अपनी मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए अपना पूरा जीवन का बलिदान कर देने वाले ऐसे वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप और उनके स्वामिभक्त अश्व चेतक को शत-शत कोटि-कोटि प्रणाम। 

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प्रतापी राजा महाराणा प्रताप 
महाराणा प्रताप उदयपुर, मेवाड में शिशोदिया राजवंश के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता और दृढ प्रण के लिये अमर है। उन्होंने कई सालों तक मुगल सम्राट अकबर के साथ संघर्ष किये। महाराणा प्रताप ने मुगलो को कई बार युद्ध में भी हराये एवं कभी भी अकबर की अधीनता को स्वीकार नहीं किये अकबर महाराणा प्रताप का सबसे बड़ा शत्रु था, पर उनकी यह लड़ाई कोई व्यक्तिगत द्वेष का परिणाम नहीं था, हालांकि अपने सिद्धांतो और मूल्यो की लड़ाई थी। अकबर अपने क्रूर साम्राज्य का विस्तार करना चाहता था, जबकि एक तरफ महाराणा प्रताप अपनी भारत माँ की स्वाधीनता के लिए संघर्ष कर रहे थे। अकबर और महाराणा प्रताप के बीच कई बार युद्ध हुआ। महाराणा प्रताप समय की लंबी अवधि के संघर्ष के बाद मेवाड़ को मुक्त करने में सफल रहे और वो समय मेवाड़ के लिए एक स्वर्ण युग साबित हुआ। मेवाड़ पे लगा हुआ अकबर ग्रहण का अंत 1585 ई.पू. में हुआ। कुछ दिनों के बाद उनकी मृत्यु हो गई। महाराणा प्रताप के मृत्यु पर अकबर को बहुत ही दुःख हुआ क्योंकि ह्रदय से वो महाराणा प्रताप के गुणों का प्रशंसक था, अकबर जानता था कि महाराणा जैसा वीर कोई नहीं है इस धरती पर। यह समाचार सुन अकबर रहस्यमय तरीके से मौन हो गया और उसकी आँख में आंसू आ गए। महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धा को मैं नमन करता हूं।

सोमवार, 30 अप्रैल 2018

बाल संरक्षण समिति का हुआ गठन :- रंजीत राज

बाल संरक्षण समिति का हुआ गठन :- रंजीत राज
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भोजपुर, बिहार

जगदीशपुर, भोजपुर में आँगनबाड़ी केंद्र कोड संख्या - 55 वार्ड संख्या - 06 मिश्र टोली में समाज कल्याण विभाग बिहार सरकार पटना के आदेश के आलोक में बाल संरक्षण समिति का गठन सेविका मनोरमा देवी,सहायिका चिंता देवी,बच्चों की माताओं सहित मेरे उपस्थिति में की गई।
बाल संरक्षण समिति का गठन के लिए की गई बैठक
          बाल संरक्षण समिति का गठन का कार्य हिंसा, शोषण, अनुचित व्यवहार एवं उपेक्षा में बच्चों की सुरक्षा करना है बाल अधिकार संरक्षण के संबंध राज्य स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कई आयोग गठन हुआ है। जिसका मुख्य कार्य बच्चों के बचपन को बचाना है।
       
         राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की स्थापना 5 मार्च 2007 को हुई थी। इसकी स्थापना राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम 2005 के तहत बच्चों को दिए गए अधिकारों जैसे समानता 6 से 14 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा, बाल मजदूरी पर रोक आदि की निगरानी के लिए हुई थी पारम्परिक भारतीय जीवन मूल्यों को सहेजते हुए सामाजिक बुराइयों का उन्मूलन किया जा सकता है।

शुक्रवार, 20 अप्रैल 2018

विजयोत्सव को ध्यान में रखते हुए आमरण अनशन स्थगित :- रंजीत राज

विजयोत्सव को ध्यान में रखते हुए आमरण अनशन स्थगित :- रंजीत राज
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भोजपुर, बिहार

दिनांक 19.04.2018 को अनुमंडल पदाधिकारी जगदीशपुर, भोजपुर के साथ, दिनांक - 21.04.2018 को बाबू वीर कुँवर सिंह किला मैदान के उत्तर द्वार पर आमरण अनशन करने वाले अनशनकारियों कुमार मार्कण्डेय सिंह, (अधिवक्ता, व्यवहार न्यायालय भोजपुर), रंजीत कुमार उर्फ रंजीत राज माननीय वार्ड पार्षद वार्ड संख्या- 06 नगर पंचायत जगदीशपुर एवं लालबाबू सिंह उर्फ समहुत यादव, सामाजिक
अनुमंडल पदाधिकारी,जगदीशपुर के आवास पर बैठक करते हुए...
कार्यकर्ता के साथ अनुमंडल पदाधिकारी, जगदीशपुर के आवास पर वार्ता हुई, जिसमें 1857 के स्वत्रंता संग्राम के अमर योद्धा बाबू वीर कुँवर सिंह विजयोत्सव के महता को ध्यान में रखते हुये आमरण अनशन स्थगित करने का अनुरोध विद्वान अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा किया गया । जिस पर
अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा लिखित आश्वासन दिया गया....
अनशनकारियों द्वारा इस शर्त के साथ आमरण अनशन स्थगित करने का प्रस्ताव स्वीकार किया गया कि विजयोत्सव कार्यक्रम की सफल समापन के उपरान्त नगर पंचायत जगदीशपुर में व्यापक स्तर पर व्याप्त बिभिन्न प्रकार के भ्रष्टाचार की जांच गहनता पूर्वक की जाएगी तथा दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कारवाई की जायेगी।

बुधवार, 18 अप्रैल 2018

आर्थिक अपराध के शिकायत पर मिली सदन से निष्काषित की धमकी :- रंजीत राज


आर्थिक अपराध के शिकायत पर मिली सदन से निष्काषित की धमकी :- रंजीत राज
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भोजपुर, बिहार

दिनांक - 18.04.2018 को मासिक बोर्ड बैठक में नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर के मुख्य पार्षद मुकेश कुमार द्वारा भ्रष्टाचार पर माननीय उच्च न्यायालय पटना में दायर आपराधिक रिट याचिका 1309/2017 एवं नगर पंचायत में व्याप्त आर्थिक आतंकवाद के विरुद्घ स्थानीय स्तर से लेकर राज्य स्तर के
पदाधिकारीयों के पास लिखित शिकायत के मुद्दे पर धमकी भरे लहजे में मुझे कहा गया कि चाहे कितना भी लिखित शिकायत करो कुछ नही होगा और नगर पंचायत में जो भी शिकायत आवेदन दिए हो उसका निष्पादन नहीं होगा एवं अपने शक्ति का प्रयोग कर सदन से लगातार निष्काषित करता रहूँगा। इस संबंध में लिखित शिकायत मैंने अधिकारियों के पास किया हूँ।
                         नगर पंचायत जगदीशपुर के पदाधिकारी समाज एवं मानव कल्याण के बजाय अपने ही स्वार्थ सिद्धि में लगे रहते है। इस तरह का अपराध रूढ़िगत अपराधों की तुलना में अधिक गम्भीर स्वरूप के होते है, क्योंकि ये अपराध केवल व्यक्ति विशेष को ही नहीं, अपितु पूरे राष्ट्र और उसकी आर्थिक व्यवस्था तथा सामाजिक संघटना पर हानिकारक प्रभाव डालते है। यह अपराध करने के लिए धोखाधड़ी का सहारा लिया जाता है। जिसमें नगर पंचायत जगदीशपुर को महारत हासिल है। 

गुरुवार, 12 अप्रैल 2018

प्रधान सचिव, नगर विकास एवं आवास विभाग से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर फ़ोन से किया बात ! - रंजीत राज


प्रधान सचिव, नगर विकास एवं आवास विभाग से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर फ़ोन से किया बात ! - रंजीत राज
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प्रधान सचिव महोदय, नगर विकास एवं आवास विभाग,पटना से फ़ोन से बात करते हुए!
जगदीशपुर, भोजपुर -
नगर पंचायत जगदीशपुर में भ्रष्टाचार का आए दिन कुछ न कुछ मामला उजागर हो रहा है। जिसमें विभागीय आदेश एवं कानून के मजाक उड़ाया जा रहा है, जिला पदाधिकारी भोजपुर के आदेश पत्रांक 502/09.02.2018 के बावजूद भी कार्यपालक पदाधिकारी श्री विजय नारायण पाठक द्वारा पेंशन राशि गबनकर्त्ता प्रधान सहायक रामएकबाल प्रसाद पर विभागीय कारवाई के संबंध में कुछ भी नही की जा रही है। जिलाधिकारी, भोजपुर के दूसरे आदेश में दो कर्मी जेई० रामशक्ल गुप्ता, जाकिर हुसैन पर झाँझरिया पोखरा से बाँके साह तक नाला निर्माण में गड़बड़ी मापी पुस्तिका के प्रभारी पर स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है। लेकिन भ्रष्टाचार के समुंद्र में डुबकी लगा रहे कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा कारवाई नही की गई। नगर पंचायत के भ्रष्टाचार एवं करोड़ो रुपयें की राशि गबन, वित्तीय अनियमितता पर पीठासीन पदाधिकारी सह मुख्य पार्षद मुकेश कुमार उर्फ गुड्डू ने कभी भी बोर्ड बैठक में चर्चा एवं पत्राचार करने की जरूरत नही समझा। इनके द्वारा भ्रष्टाचार के नए-नये तरीके प्रयोग किये जा रहे है। विभाग द्वारा ई० टेंन्डरिंग० के माध्यम से कार्य कराने के आदेश निर्गत होता है, मगर नगर पंचायत द्वारा उस कार्य को फर्जीवाड़ा के तहत राशि गबन करने के नियत से विभागीय कार्य कराके राशि गबन की जाती है। इनके इस कार्य से भारी पैमाने पर राजस्व की हानि होती है। बिहार नगरपालिका अधिनियम के अनुरूप कोई भी कार्य नही होता है जिसमें बोर्ड बैठक की कार्यवाही भी है। बोर्ड बैठक के दिन उपस्थिति बनवाकर बैठक स्थगित कर दी जाती है। दो बैठकों के बीच में जो समय मिलता है उस दौरान मनमर्जी से प्रस्ताव लिखे जाते है। इस संबंध में मैंने शिकायत की है वर्त्तमान समय मे झाझरिया पोखरा में जो कार्य हो रहा है इसी पोखरा के फर्जी विकास कार्य के नाम पर पूर्व में मुख्य पार्षद की पत्नी रीता कुमारी के कार्यकाल में लगभग 20 लाख रुपये की राशि घोटाला कर ली गई है। इसी तरह से साजिश के तहत करोड़ो रूपये की राशि गबन कर ली गई है। उपरोक्त सभी बातेें फ़ोन से सुनने के बाद प्रधान सचिव महोदय ने मुझसे कहा कि आपका बहुत सा शिकायत पत्र पर कारवाई करने के लिए जिलाधिकारी, भोजपुर को भेजा गया है, अगर और कोई शिकायत हो तो आप लिखकर भेजिए मैं जांच करवाकर त्वरित कारवाई करूँगा।

शनिवार, 7 अप्रैल 2018

विधायक मद से पेयजल की सुविधा मिली ! - रंजीत राज

विधायक मद से पेयजल की सुविधा मिली ! - रंजीत राज

जगदीशपुर, (भोजपुर) :- नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या - 06 सहित सभी वार्डो में माननीय विधायक श्री रामविशुन सिंह (लोहिया जी) के मद से चापाकल लगाया गया। जिससे गर्मी के दिनों में नगरवासियों सहित
विधायक मद से वार्ड संख्या - 06 में लगा चापाकल 

 राहगीरों को भी पेयजल की सुविधा प्राप्त होगी। इस कार्य के लिए माननीय विधायक जी को धन्यवाद सहित इस ओर ध्यान आकृष्ट करना है कि अपने मद से और चापाकल लगाने की आवश्यकता है। क्योंकि क्षेत्रफल के अनुसार वार्ड में और चापाकल की जरूरत है। जिससे सभी क्षेत्रों में पेयजल की समुचित व्यवस्था हो सके।

        धन्यवाद सहित......

                      रंजीत कुमार उर्फ रंजीत राज
                        पार्षद, वार्ड संख्या - 06
                       नगर पंचायत, जगदीशपुर
                            भोजपुर, बिहार।


         

शुक्रवार, 6 अप्रैल 2018

विभाग के द्वारा क़ानूनी कारवाई में दोहरी नीति ! - रंजीत राज

विभाग के द्वारा क़ानूनी कारवाई में दोहरी नीति ! - रंजीत राज

जगदीशपुर, (भोजपुर) -

अरवल के मुख्य पार्षद को 1.17 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता पर बर्खास्त करना नगर विकास एवं आवास विभाग, पटना द्वारा की गई कारवाई दोहरी नीति को उजागर करती है। नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर में 18 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता हुई है। मगर शिकायत करने के बावजूद भी किसी भी तरह की क़ानूनी कारवाई नही हो रही है। वर्त्तमान समय मे लूट की प्रक्रिया निरन्तर जारी है। जिस
दिनांक 06.04.2018 में दैनिक जागरण अख़बार में प्रकाशित

आरोप के आधार पर अरवल के मुख्य पार्षद को बर्खास्त किया गया है। उससे कही एकगुना- दोगुना नही बल्कि 50/60 गुना वित्तीय अनियमितता, गबन/घोटाला जगदीशपुर नगर पंचायत में है। लेकिन कोई भी कारवाई नही होना नगर विकास एवं आवास विभाग पर भी सवालिया निशान खड़ा करता है?

गुरुवार, 5 अप्रैल 2018

गुरु का स्थान सर्वोपरि है ! - रंजीत राज

गुरु का स्थान सर्वोपरि है ! - रंजीत राज
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जगदीशपुर, (भोजपुर)

मैं अपने द्वारा सम्बोधन में गुरुजनों से आग्रह किया कि आप के कंधों पर देश का उज्ज्वल भविष्य है। गुरु का स्थान सर्वोपरि है। आप बच्चों को ऐसी शिक्षा दे जिससे वो नैतिक एवं चरित्र के साथ एक अच्छा इंसान बने। और साथ ही
छात्राओं को परीक्षा प्रगति रिपोर्ट देते हुए ...
विद्यालय के छात्राओं से कहा कि गुरुजनों का आदर सम्मान करते हुए अनुशासन में रहकर शिक्षा को ग्रहण करें । शिक्षा, समाज की एक पीढ़ी द्वारा अपने से निचली पीढ़ी को अपने
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती रीना जी द्वारा बच्चे को प्रगति रिपोर्ट देते हुए।

ज्ञान के हस्तांतरण का प्रयास है। इस विचार से शिक्षा एक संस्था के रूप में काम करती है, जो व्यक्ति विशेष को समाज से जोड़ने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है तथा समाज की संस्कृति की निरंतरता को बनाए रखती है। बच्चा शिक्षा द्वारा
विद्यालय की छात्राएं...
समाज के आधारभूत नियमों, व्यवस्थाओं, समाज के प्रतिमानों एवं मूल्यों को सीखता है। बच्चा समाज से तभी जुड़ पाता है जब वह उस समाज विशेष के इतिहास से रूबरू होता है।
शिक्षिका, विजयलक्ष्मी जी
आज के हालात पर मैंने कहा कि वक्त आ गया है कि -
 
   
शिक्षिका, सोनी जी ।
    देश में अब तो धर्म कोई ऐसा चलाया जाए।
    जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए।।         
    इंसान के दुःख दर्द का हम पर हो कुछ असर ऐसा।
    कोई भी रहे भूखा तो हम से भी न खाया जाए।।

बुधवार, 4 अप्रैल 2018

भ्रष्टाचार को मौलिक अधिकार घोषित कर देनी चाहिए ! - रंजीत राज



भ्रष्टाचार को  मौलिक अधिकार घोषित कर देनी चाहिए ! - रंजीत राज
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भोजपुर, (बिहार) -
नगर पंचायत जगदीशपुर भोजपुर को पथ- नाला योजनाओं में वित्तीय वर्ष 2017-2018 में विशेष सचिव, नगर विकास एवं आवास विभाग बिहार सरकार के विभिन्न विभागीय पत्रों के द्वारा कुल 3,33,75,656 रुपयें की राशि प्राप्त हुई है। पत्र में स्पष्ट वर्णन है कि योजनाओं का कार्यन्वयन ई० टेन्डरिंग से कराना है। लेकिन सरकार के आदेश को ताक पर रख कार्यपालक पदाधिकारी एवं मुख्य पार्षद सह पीठासीन पदाधिकारी, नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर द्वारा मार्च लूट नियत से विभागीय कार्य 3-4 इंच P.c.c घटियापूर्ण कराके लूट-खसोट की जा रही है। नगर पंचायत में कोई भी कार्य
कानून सम्मत एवं नगरपालिका अधिनियम 2007 के तहत नहीं कराके अपने मनमर्जी द्वारा कराया जाता है। जो बिहार के ''सुशासन सरकार" की मुँह पर नगर पंचायत की ''भ्रष्टाचार" का करारा तमाचा है। शिकायत करने के बावजूद भी किसी भी तरह की कारवाई नहीं हो रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि क़ानून सिर्फ गरीब, असहाय, कमजोर के लिए ही बनाए जाते है एवं क़ानून भ्रष्टाचारीयों के सामने गिरवी पड़ी हुई है। नगर पंचायत आम नागरिक से टैक्स की राशि सरकार के आदेशानुसार निर्धारण कर ब्याज सहित वसूल करती है परन्तु खुद ही किसी भी सरकारी आदेश को नहीं मानती है। नगर पंचायत जगदीशपुर प्रशासन ने भ्रष्टाचार एवं क़ानून का उल्लंघन करने का अप्रत्यक्ष रूप से मौलिक अधिकार घोषित कर लिया है। इन सब तथ्यों के आधार पर सरकार को चाहिये कि भ्रष्टाचार को मौलिक अधिकार घोषित कर दे ! जिससे आम एवं खास अपने मनमर्जी एवं क्षमता के अनुसार देश को लूट सकें।
https://youtu.be/lpVvE6fi9hA

बुधवार, 21 मार्च 2018

जगदीशपुर नगर पंचायत में भ्रष्टाचार की गहरी पैठ :- रंजीत राज

भोजपुर, (बिहार)
नगर पंचायत कर्मी श्री रामएकबाल प्रसाद द्वारा पेंशन राशि गबन मामले में मेरे परिवाद पत्र पर सामान्य प्रशासन विभाग बिहार सरकार के पत्रांक - 10/विविध-01-(पटना प्र०)-04/2017 सा० प्र० 16209/पटना - 15, दिनांक - 20.12.17 के द्वारा जिला पदाधिकारी, भोजपुर को कारवाई
पेंशन घोटाला अभियुक्त प्रधान सहायक रामएकबाल प्रसाद

हेतु भेजी गयी है एवं जिला पदाधिकारी, भोजपुर आरा के पत्रांक 502/गो० दिनांक - 09.02.2018 से रामएकबाल प्रसाद पर विभागीय कारवाई हेतु कार्यपालक पदाधिकारी श्री विजय नारायण पाठक नगर पंचायत जगदीशपुर को कहा
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आवश्यक कारवाई हेतु निर्गत पत्र
गया है, परन्तु इस संबंध में कोई कारवाई नही होना ये दर्शाता है कि ''आर्थिक आतंकवाद" पाकिस्तानी आतंकवाद से भी गहरी पैठ बनाई हुई है जो देश के बुनियादी नींव को एक दिन धराशायी कर देगी और भ्रष्टाचारी देश के साथ गद्दारी कर विदेश भाग जायेंगे। पाकिस्तान को गाली दे सकते है परन्तु इन भ्रष्टाचारीयों को ससम्मान भ्रष्टाचार करने की खुली छूट दे रखी है।

रविवार, 18 मार्च 2018

नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर में विकास के नाम पर फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपयें की जनहित की राशि का गबन :- रंजीत राज


भोजपुर, (बिहार)
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नगर पंचायत में पूरी तरह भ्रष्ट तंत्र द्वारा संचालित भ्रष्ट सरकार अपने भ्रष्टाचार से जगदीशपुर के ऐतिहासिक धरती को कलंकित कर रही है। भ्रष्टाचार, षड्यंत्र एवं फर्जीवाड़ा के तहत करोड़ों रुपये की जनहित हेतु प्राप्त राशि को गबन कर ली गई है। इस गबन में शिवजी पोखरा वार्ड संख्या - 01 की 2015-2016 में योजना संख्या 04 एवं 05 की पार्क निर्माण की राशि 10,000,00 रुपये, दूधनाथ बाबा की सड़क निर्माण की 15,84,000 रुपये, झंझरिया पोखरा की 20,00,000 रुपये, बौली तालाब की लगभग ₹5,00,000, कब्रिस्तान की ₹5,00,000 रुपये, हुनहुन गोसाई से कुंवर सिंह किला मैदान तक नाला निर्माण 32,00,000 से अधिक की राशि इसी तरह से घोटाला की कड़ी दर कड़ी बनाकर करोड़ों रुपये गबन कर ली गई है।
रंजीत राज, पार्षद - 06, नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर, (बिहार)
यह चंद वो उदाहरण  है जिसमें में एक छेदी हुई पाई भी खर्च नहीं हुई सीधा गबन। इसी गबन पर अधिकारी एवं कर्मचारी मुख्य पार्षद सहित अन्य व्यक्ति भी ऐशो-आराम कर रहे हैं, जो भ्रष्टाचार के तहत गबन की गयी राशि को विकास कहते हैं। नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी श्री विजय नारायण पाठक जी-जान से भ्रष्टाचार की पर्वत खड़े करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इनके द्वारा किसी अधिकारी के आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है ये पटना से कार्यालय कार्य करते हैं इनके द्वारा पटना से आने जाने के लिए प्रतिमाह जनता की गाढ़ी कमाई के टैक्स से प्रतिमाह 19,000/ रुपये भुगतान किया जाता है। नगर पंचायत की भ्रष्टाचार को छुपाने हेतु नगर पंचायत के मुख्य पार्षद सहित सभी कर्मी अपना-अपना महत्वपूर्ण योगदान भी निभा रहे हैं। हर कोई इस देश को लूटने में लगा है जो आनेवाली कल के लिए बहुत ही विनाशकारी है। हम अपने दायित्यवों एवं फर्ज से पीछा छुड़ा रहे हैं।

शनिवार, 17 मार्च 2018

भारतीय नववर्ष का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही माना जाता है :- रंजीत राज

भारतीय नववर्ष का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही माना जाता है और इसी दिन से ग्रहों, वारों, मासों और संवत्सरों का प्रारंभ गणितीय और खगोल शास्त्रीय संगणना के अनुसार माना जाता है। आज भी जनमानस से जुड़ी हुई यही शास्त्रसम्मत कालगणना व्यावहारिकता की कसौटी पर खरी उतरी है। इसे राष्ट्रीय गौरवशाली परंपरा का प्रतीक माना जाता है। विक्रमी संवत किसी संकुचित विचारधारा या पंथाश्रित नहीं है। हम इसको पंथ निरपेक्ष रूप में देखते हैं। यह संवत्सर किसी देवी, देवता या महान पुरुष के जन्म पर आधारित नहीं, ईस्वी या हिजरी सन की तरह किसी जाति अथवा संप्रदाय विशेष का नहीं है। हमारी गौरवशाली परंपरा विशुद्ध अर्थो में प्रकृति के खगोलशास्त्रीय सिद्धातों पर आधारित है और भारतीय कालगणना का आधार पूर्णतया पंथ निरपेक्ष है। प्रतिपदा का यह शुभ दिन भारत राष्ट्र की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक है। ब्रह्म पुराण के अनुसार चैत्रमास के प्रथम दिन ही ब्रह्मा ने सृष्टि संरचना प्रारंभ की। यह भारतीयों की मान्यता है, इसीलिए हम चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नववर्षारंभ मानते हैं।
आज भी हमारे देश में प्रकृति, शिक्षा तथा राजकीय कोष आदि के चालन-संचालन में मार्च, अप्रैल के रूप में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही देखते हैं। यह समय दो ऋतुओं का संधिकाल है। इसमें रातें छोटी और दिन बड़े होने लगते हैं।
इसी प्रतिपदा के दिन आज से 2054 वर्ष पूर्व उज्जयनी नरेश महाराज विक्रमादित्य ने विदेशी आक्रांत शकों से भारत-भू का रक्षण किया और इसी दिन से काल गणना प्रारंभ की। उपकृत राष्ट्र ने भी उन्हीं महाराज के नाम से विक्रमी संवत कह कर पुकारा। महाराज विक्रमादित्य ने आज से 2054 वर्ष पूर्व राष्ट्र को सुसंगठित कर शकों की शक्ति का उन्मूलन कर देश से भगा दिया और उनके ही मूल स्थान अरब में विजयश्री प्राप्त की। साथ ही यवन, हूण, तुषार, पारसिक तथा कंबोज देशों पर अपनी विजय ध्वजा फहराई। उसी के स्मृति स्वरूप यह प्रतिपदा संवत्सर के रूप में मनाई जाती थी और यह क्रम पृथ्वीराज चौहान के समय तक चला। महाराजा विक्रमादित्य ने भारत की ही नहीं, अपितु समस्त विश्व की सृष्टि की। सबसे प्राचीन कालगणना के आधार पर ही प्रतिपदा के दिन को विक्रमी संवत के रूप में अभिषिक्त किया। इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान रामचंद्र के राज्याभिषेक अथवा रोहण के रूप में मनाया गया। यह दिन ही वास्तव में असत्य पर सत्य की विजय दिलाने वाला है। इसी दिन महाराज युधिष्टिर का भी राज्याभिषेक हुआ और महाराजा विक्रमादित्य ने भी शकों पर विजय के उत्सव के रूप में मनाया। आज भी यह दिन हमारे सामाजिक और धाíमक कार्यों के अनुष्ठान की धुरी के रूप में तिथि बनाकर मान्यता प्राप्त कर चुका है। यह राष्ट्रीय स्वाभिमान और सांस्कृतिक धरोहर को बचाने वाला पुण्य दिवस है। हम प्रतिपदा से प्रारंभ कर नौ दिन में छह मास के लिए शक्ति संचय करते हैं, फिर अश्विन मास की नवरात्रि में शेष छह मास के लिए शक्ति संचय करते हैं।