बुधवार, 23 मई 2018

विजयश्री दिलाने वाली जनता जनार्दन को कोटी-कोटी धन्यवाद - रंजीत राज

विजयश्री दिलाने वाली जनता जनार्दन को कोटी-कोटी धन्यवाद - रंजीत राज
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#बिहार
नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर के नगरपालिका आम चुनाव 2017 में चुनावी जीत में मेरे गले में विजय श्री की माला डालने वाली वार्ड संख्या - 06 की समस्त आदरणीय जनता जनार्दन सहित नगर पंचायत जगदीशपुर के उन सभी स्नेही स्वजनों, मित्रगण, जनता को कोटी-कोटी बधाई। जिनके अथक प्रयास, अमूल्य योगदान से मेरी चुनावी जीत सुनिश्चित हुई मैं अपने वादे के मुताबिक नगर पंचायत जगदीशपुर में व्याप्त घोर आर्थिक आतंकवाद रूपी भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई जारी रखा हूँ, और निरंतर जारी रहेगी। मेरे द्वारा नगर पंचायत जगदीशपुर में आर्थिक अपराध, षड्यंत्र के तहत अपने निजी स्वार्थ पूर्ति हेतु घोटाला किये गये राशि के विरुद्ध की गई शिकायत निम्न प्रकार से है -
  
      1.  वित्तीय वर्ष 2015 16 में नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या की स्थिति श्री शिव जी पोखरा के उत्तर तरफ़ फर्जी पार्क निर्माण के नाम पर 10,00,000 रुपए की राशि उक्त स्थल पर वगैर कार्य कराये गबन।
      
       2. वित्तीय वर्ष 2015-16 में नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या 15 में 4,96,108 रुपए की राशि बौली तालाब की सफाई तथा मरम्मती के नाम पर वगैर कार्य कराये गबन।
     
       3. नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या - 18 में बिहियाँ पिरो रोड़ से दूधनाथ बाबा मंदिर तक सड़क निर्माण एवं मिट्टी भराई के नाम पर 15,84000/ ( पन्द्रह लाख चौरासी हजार ) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये गबन ।
      
      4. वित्तीय वर्ष 2013-2014 से 2016-2017 तक नगर पंचायत क्षेत्र के पेंशनधारियों की लगभग 2 करोड़ रुपये की राशि भी षडयंत्र एवं जालसाजी कर गबन कर ली गई है । जाँचोपरान्त राशि बढ़ सकती है।
      
      5. श्री कुँवर सिंह किला मैदान के गेट से हुनहुन गोसाई पुल तक नाला निर्माण (दोनो तरफ) की 32.262 लाख रुपये की स्वीकृत राशि को वगैर कार्य कराये गबन कर ली गयी है।
      
       6. श्री सम्राट अशोक विवाह भवन की राशि 1,03,33000/- (एक करोड़ तीन लाख तैत्तीस  हज़ार ) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये ही गबन कर ली गयी है।
       
        7. नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या - 01 के बोधा टोला में सड़क निर्माण के नाम पर 6,40,000/- (छः लाख चालीस हजार) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये ही राशि गबन कर ली गयी है।
      
         8.  नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या - 08 में  प्रमोद विश्वकर्मा के मकान से राजेन्द्र केशरी के मकान तक नाली निर्माण के नाम पर 4,05,000 (चार लाख पाँच हज़ार) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये ही गबन कर ली गयी है।
       
         9. नगर पंचायत क्षेत्र के बाराहना महिला कॉलेज जगदीशपुर के सामने मैदान में कचरा सफाई के नाम पर 6,50,000 (छः लाख पचास हज़ार) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये ही गबन कर ली गयी है।
      
       10. नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या - 08 में राजेन्द्र केशरी के मकान से अखौरी मुहल्ला स्कूल तक नाली एवं स्लैप निर्माण के नाम पर 6,83,700 (छः लाख तिरासी हज़ार सात सौं) रुपये की राशि वगैर कार्य कराये ही गबन कर ली गयी है।
      
        11.  जगदीशपुर झाझरिया पोखरा के सफाई के नाम पर 15,000,00/- (पंद्रह लाख) रुपये की राशि गबन कर ली गयी है।
  
       12.  वित्तीय वर्ष 2015-16 में नगर पंचायत जगदीशपुर के वार्ड संख्या- 16 में अमीरचन्द लाल के घर से राजू मिश्रा के घर तक P.C.C सड़क निर्माण एवं नाली निर्माण योजना की राशि ₹4,50,800 वगैर कार्य कराये ही गबन कर ली गई है।
इसी तरह से बहुत से राशि का गबन की गई है, अभी तो कुछ योजनाओं को पेश किया हूँ। अभी और भी है। ये घोटाला सिर्फ नमूना है अगर गहन धरातलीय जाँच हो तो स्थिति बहुत ही भयावह होगी।

गुरुवार, 17 मई 2018

मापी पुस्तिका के प्रभारी स्वर्गीय देवलाल राम पर प्राथमिकी दर्ज - रंजीत राज




मृत व्यक्ति पर प्राथमिकी दर्ज कर मानवता को किया गया शर्मसार - रंजीत राज

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#बिहार

नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर के वार्ड संख्या - 06 में योजना संख्या 37/2013-14 झाझरिया पोखरा से दुर्गा मंदिर होते हुए बांके साह के घर तक नाला निर्माण योजना में की गई अनियमिता से संबंधित जाँच उप विकास आयुक्त भोजपुर के अध्यक्षता में की गई। जिसमें उक्त योजना का मापी पुस्तिका नगर पंचायत कार्यालय से गायब पाई गई। मापी पुस्तिका के संबंध में नगर पंचायत कर्मी द्वारा जाँच दल को भी गुमराह किया गया। जाँच दल द्वारा इस संबंध में बहुत सारी गलतियां पकड़ी गई, पूर्व में भी इस नाला निर्माण योजना की जाँच में
वार्ड संख्या 6 स्थित मुख्य सड़क नाला, (डी० एम० रोड़) के अनियमितता पर हुई कारवाई।

तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी श्री अनुभूति श्रीवास्तव सहित अन्य पर मेरे शिकायत आवेदन पत्र पर "प्रपत्र क'' गठित हो चुकी है। जाँच के दौरान प्रथम दृष्टया योजना में गड़बड़ी प्रमाणित होने पर मापी पुस्तिका के प्रभारी पर स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही विभागीय कार्यवाही करने का आदेश जिला पदाधिकारी महोदय, भोजपुर के द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी श्री विजय नारायण पाठक नगर पंचायत जगदीशपुर को दी गई थी। कनीय अभियंता श्री रामसकल गुप्ता एवं सहायक अभियंता मोहम्मद जाकिर हुसैन के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही करने का आदेश दिया गया था। जिसके आलोक में जगदीशपुर थाना में जगदीशपुर कांड संख्या - 144/2018 भारतीय दंड संहिता की धारा 420/409 के तहत दर्ज की गई है। इस संबंध में गौर करने वाली मुख्य तथ्य यह है कि कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत जगदीशपुर के द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं कराके नगर पंचायत के सहायक कोषपाल सुरेश प्रसाद द्वारा दर्ज कराई गई है। दूसरी बात यह है कि मृत व्यक्ति के ऊपर किस कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। यह तो कोई कानून का जानकार ही बता सकता है। नगर पंचायत जगदीशपुर में भ्रष्टाचार का राज कायम है। कर्मचारी, अभियंता, कर्मी ही ठेकेदार बन जाते है। कार्यपालक पदाधिकारी अपने दायित्व से मुंह मोड़ कर भ्रष्टाचार में सहायक बने रहते है। इनकी नियत सिर्फ घोटाला करना है। किसी भी मुद्दे पर एक दूसरे के ऊपर दोषारोपण करते रहते है। कार्यालय कार्य का कभी भी समीक्षा नहीं करते है। विभागीय आदेश एवं नगरपालिका अधिनियम के विरुद्ध जाकर कार्य करना इनकी जीवन-शैली बन चुकी है। जिसमें आऐ दिन नगर पंचायत में तरह-तरह के घोटाला एवं गड़बड़ियों की मामला उजागर होता रहता है। इस संबंध में पीठासीन पदाधिकारी -सह- मुख्य पार्षद, नगर पंचायत जगदीशपुर भी चुप्पी साधकर मलाई खाते रहते हैं। इन भ्रष्टाचारियों पर कभी भी बोर्ड बैठक में चर्चा नहीं करते हैं। सिर्फ एक ही योजना को बार-बार प्रस्ताव में लेकर घोटाला का जन्मदाता बने हुए हैं। नगर पंचायत जगदीशपुर के कुकृत्यों का सजा मृत व्यक्तियों को भुगतने पड़ रही है जो बहुत दुःखदाई स्थिति है।



गुरुवार, 10 मई 2018

अपने बच्चों के शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित करने में अपने भूमिका को समझे अभिभावक - रंजीत राज



शिक्षा के क्षेत्र में लोक भागीदारी एवं वातावरण निर्माण हेतु तीन दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण का कार्य शुरु हुआ - रंजीत राज

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भोजपुर, बिहार :-
       जगदीशपुर, प्रखंड कॉलोनी में प्रमोद कुमार सिंह (ट्रेनर), विद्यालय शिक्षा समिति भोजपुर के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में लोक भागीदारी एवं वातावरण निर्माण हेतु तीन दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण का कार्य शुरू किया गया, बतादे की प्रशिक्षण 10 मई से 12 मई 2018 को होना है। ये प्रशिक्षण जगदीशपुर के मध्य विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, समिति सचिव एवं पदेन अध्यक्ष के लिए है। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य -

1. विद्यालय के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना।

2. विद्यालय में अच्छी शिक्षण व्यवस्था सुनिष्चित करने में समुदाय की भूमिका को समझना।

3. विद्यालय में शिक्षक एवं विद्यार्थी प्रतिनिधि की भूमिका की समझ उत्पन्न करना।

4. विद्यालय प्रबंधन में विद्यालय शिक्षा समिति की सहयोगात्मक और पर्ववेक्षनात्मक भूमिका को समझना ।

5. विद्यालय आंकलन के लिए स्कूल स्कोर कार्ड/मोबाईल स्कूल स्कोर कार्ड एप्लिकेशन का प्रयोग करना।

6. विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्यों की आवश्यक कुशलता विकसित करना।

7. विद्यालय विकास योजना निर्माण की क्षमता विकसित करना।

8. विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्य में अपने विद्यालय को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करने की चाह उत्पन्न करना।
         ये सभी उक्त बातें प्रमोद जी के द्वारा बताया गया, इस कार्यक्रम में सभी सरकारी मध्य/प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, समिति सचिव एवं पदेन अध्यक्ष सहित मुझे
भी भाग लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। त्रिदिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण मॉड्यूल लोक संवाद के माध्यम से यह कोशिश की जा रही है कि स्थानीय स्तर पर शिक्षायी मामलों में प्रतिनिधित्व कर रहे जन समुदाय के लोग बच्चों के शैक्षिक अधिकार एवं सर्व शिक्षा अभियान कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय राज्य तथा केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं उनके मानव को नई चुनौतियों का सामना करने हेतु नई तकनीक को आत्मसात करने अथवा विकल्पों को भली-भांति जाने तथा तदनुरूप अपनी भूमिका निभाएं। हमें विश्वास है कि जन सहयोग से हम ना केवल अपने बच्चों के शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित करने में कामयाब होंगे एक विकसित बिहार तथा भारत के निर्माण में भी अवश्य सफल होंगे।
                              धन्यवाद...

बुधवार, 9 मई 2018

एक ऐसा योद्धा जिसने नहीं झुकाया अकबर के आगे सिर - रंजीत राज


अपनी मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए अपना पूरा जीवन का बलिदान कर देने वाले ऐसे वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप और उनके स्वामिभक्त अश्व चेतक को शत-शत कोटि-कोटि प्रणाम। 

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प्रतापी राजा महाराणा प्रताप 
महाराणा प्रताप उदयपुर, मेवाड में शिशोदिया राजवंश के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता और दृढ प्रण के लिये अमर है। उन्होंने कई सालों तक मुगल सम्राट अकबर के साथ संघर्ष किये। महाराणा प्रताप ने मुगलो को कई बार युद्ध में भी हराये एवं कभी भी अकबर की अधीनता को स्वीकार नहीं किये अकबर महाराणा प्रताप का सबसे बड़ा शत्रु था, पर उनकी यह लड़ाई कोई व्यक्तिगत द्वेष का परिणाम नहीं था, हालांकि अपने सिद्धांतो और मूल्यो की लड़ाई थी। अकबर अपने क्रूर साम्राज्य का विस्तार करना चाहता था, जबकि एक तरफ महाराणा प्रताप अपनी भारत माँ की स्वाधीनता के लिए संघर्ष कर रहे थे। अकबर और महाराणा प्रताप के बीच कई बार युद्ध हुआ। महाराणा प्रताप समय की लंबी अवधि के संघर्ष के बाद मेवाड़ को मुक्त करने में सफल रहे और वो समय मेवाड़ के लिए एक स्वर्ण युग साबित हुआ। मेवाड़ पे लगा हुआ अकबर ग्रहण का अंत 1585 ई.पू. में हुआ। कुछ दिनों के बाद उनकी मृत्यु हो गई। महाराणा प्रताप के मृत्यु पर अकबर को बहुत ही दुःख हुआ क्योंकि ह्रदय से वो महाराणा प्रताप के गुणों का प्रशंसक था, अकबर जानता था कि महाराणा जैसा वीर कोई नहीं है इस धरती पर। यह समाचार सुन अकबर रहस्यमय तरीके से मौन हो गया और उसकी आँख में आंसू आ गए। महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धा को मैं नमन करता हूं।