बुधवार, 21 मार्च 2018

जगदीशपुर नगर पंचायत में भ्रष्टाचार की गहरी पैठ :- रंजीत राज

भोजपुर, (बिहार)
नगर पंचायत कर्मी श्री रामएकबाल प्रसाद द्वारा पेंशन राशि गबन मामले में मेरे परिवाद पत्र पर सामान्य प्रशासन विभाग बिहार सरकार के पत्रांक - 10/विविध-01-(पटना प्र०)-04/2017 सा० प्र० 16209/पटना - 15, दिनांक - 20.12.17 के द्वारा जिला पदाधिकारी, भोजपुर को कारवाई
पेंशन घोटाला अभियुक्त प्रधान सहायक रामएकबाल प्रसाद

हेतु भेजी गयी है एवं जिला पदाधिकारी, भोजपुर आरा के पत्रांक 502/गो० दिनांक - 09.02.2018 से रामएकबाल प्रसाद पर विभागीय कारवाई हेतु कार्यपालक पदाधिकारी श्री विजय नारायण पाठक नगर पंचायत जगदीशपुर को कहा
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आवश्यक कारवाई हेतु निर्गत पत्र
गया है, परन्तु इस संबंध में कोई कारवाई नही होना ये दर्शाता है कि ''आर्थिक आतंकवाद" पाकिस्तानी आतंकवाद से भी गहरी पैठ बनाई हुई है जो देश के बुनियादी नींव को एक दिन धराशायी कर देगी और भ्रष्टाचारी देश के साथ गद्दारी कर विदेश भाग जायेंगे। पाकिस्तान को गाली दे सकते है परन्तु इन भ्रष्टाचारीयों को ससम्मान भ्रष्टाचार करने की खुली छूट दे रखी है।

रविवार, 18 मार्च 2018

नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर में विकास के नाम पर फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपयें की जनहित की राशि का गबन :- रंजीत राज


भोजपुर, (बिहार)
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नगर पंचायत में पूरी तरह भ्रष्ट तंत्र द्वारा संचालित भ्रष्ट सरकार अपने भ्रष्टाचार से जगदीशपुर के ऐतिहासिक धरती को कलंकित कर रही है। भ्रष्टाचार, षड्यंत्र एवं फर्जीवाड़ा के तहत करोड़ों रुपये की जनहित हेतु प्राप्त राशि को गबन कर ली गई है। इस गबन में शिवजी पोखरा वार्ड संख्या - 01 की 2015-2016 में योजना संख्या 04 एवं 05 की पार्क निर्माण की राशि 10,000,00 रुपये, दूधनाथ बाबा की सड़क निर्माण की 15,84,000 रुपये, झंझरिया पोखरा की 20,00,000 रुपये, बौली तालाब की लगभग ₹5,00,000, कब्रिस्तान की ₹5,00,000 रुपये, हुनहुन गोसाई से कुंवर सिंह किला मैदान तक नाला निर्माण 32,00,000 से अधिक की राशि इसी तरह से घोटाला की कड़ी दर कड़ी बनाकर करोड़ों रुपये गबन कर ली गई है।
रंजीत राज, पार्षद - 06, नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर, (बिहार)
यह चंद वो उदाहरण  है जिसमें में एक छेदी हुई पाई भी खर्च नहीं हुई सीधा गबन। इसी गबन पर अधिकारी एवं कर्मचारी मुख्य पार्षद सहित अन्य व्यक्ति भी ऐशो-आराम कर रहे हैं, जो भ्रष्टाचार के तहत गबन की गयी राशि को विकास कहते हैं। नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी श्री विजय नारायण पाठक जी-जान से भ्रष्टाचार की पर्वत खड़े करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इनके द्वारा किसी अधिकारी के आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है ये पटना से कार्यालय कार्य करते हैं इनके द्वारा पटना से आने जाने के लिए प्रतिमाह जनता की गाढ़ी कमाई के टैक्स से प्रतिमाह 19,000/ रुपये भुगतान किया जाता है। नगर पंचायत की भ्रष्टाचार को छुपाने हेतु नगर पंचायत के मुख्य पार्षद सहित सभी कर्मी अपना-अपना महत्वपूर्ण योगदान भी निभा रहे हैं। हर कोई इस देश को लूटने में लगा है जो आनेवाली कल के लिए बहुत ही विनाशकारी है। हम अपने दायित्यवों एवं फर्ज से पीछा छुड़ा रहे हैं।

शनिवार, 17 मार्च 2018

भारतीय नववर्ष का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही माना जाता है :- रंजीत राज

भारतीय नववर्ष का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही माना जाता है और इसी दिन से ग्रहों, वारों, मासों और संवत्सरों का प्रारंभ गणितीय और खगोल शास्त्रीय संगणना के अनुसार माना जाता है। आज भी जनमानस से जुड़ी हुई यही शास्त्रसम्मत कालगणना व्यावहारिकता की कसौटी पर खरी उतरी है। इसे राष्ट्रीय गौरवशाली परंपरा का प्रतीक माना जाता है। विक्रमी संवत किसी संकुचित विचारधारा या पंथाश्रित नहीं है। हम इसको पंथ निरपेक्ष रूप में देखते हैं। यह संवत्सर किसी देवी, देवता या महान पुरुष के जन्म पर आधारित नहीं, ईस्वी या हिजरी सन की तरह किसी जाति अथवा संप्रदाय विशेष का नहीं है। हमारी गौरवशाली परंपरा विशुद्ध अर्थो में प्रकृति के खगोलशास्त्रीय सिद्धातों पर आधारित है और भारतीय कालगणना का आधार पूर्णतया पंथ निरपेक्ष है। प्रतिपदा का यह शुभ दिन भारत राष्ट्र की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक है। ब्रह्म पुराण के अनुसार चैत्रमास के प्रथम दिन ही ब्रह्मा ने सृष्टि संरचना प्रारंभ की। यह भारतीयों की मान्यता है, इसीलिए हम चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नववर्षारंभ मानते हैं।
आज भी हमारे देश में प्रकृति, शिक्षा तथा राजकीय कोष आदि के चालन-संचालन में मार्च, अप्रैल के रूप में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही देखते हैं। यह समय दो ऋतुओं का संधिकाल है। इसमें रातें छोटी और दिन बड़े होने लगते हैं।
इसी प्रतिपदा के दिन आज से 2054 वर्ष पूर्व उज्जयनी नरेश महाराज विक्रमादित्य ने विदेशी आक्रांत शकों से भारत-भू का रक्षण किया और इसी दिन से काल गणना प्रारंभ की। उपकृत राष्ट्र ने भी उन्हीं महाराज के नाम से विक्रमी संवत कह कर पुकारा। महाराज विक्रमादित्य ने आज से 2054 वर्ष पूर्व राष्ट्र को सुसंगठित कर शकों की शक्ति का उन्मूलन कर देश से भगा दिया और उनके ही मूल स्थान अरब में विजयश्री प्राप्त की। साथ ही यवन, हूण, तुषार, पारसिक तथा कंबोज देशों पर अपनी विजय ध्वजा फहराई। उसी के स्मृति स्वरूप यह प्रतिपदा संवत्सर के रूप में मनाई जाती थी और यह क्रम पृथ्वीराज चौहान के समय तक चला। महाराजा विक्रमादित्य ने भारत की ही नहीं, अपितु समस्त विश्व की सृष्टि की। सबसे प्राचीन कालगणना के आधार पर ही प्रतिपदा के दिन को विक्रमी संवत के रूप में अभिषिक्त किया। इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान रामचंद्र के राज्याभिषेक अथवा रोहण के रूप में मनाया गया। यह दिन ही वास्तव में असत्य पर सत्य की विजय दिलाने वाला है। इसी दिन महाराज युधिष्टिर का भी राज्याभिषेक हुआ और महाराजा विक्रमादित्य ने भी शकों पर विजय के उत्सव के रूप में मनाया। आज भी यह दिन हमारे सामाजिक और धाíमक कार्यों के अनुष्ठान की धुरी के रूप में तिथि बनाकर मान्यता प्राप्त कर चुका है। यह राष्ट्रीय स्वाभिमान और सांस्कृतिक धरोहर को बचाने वाला पुण्य दिवस है। हम प्रतिपदा से प्रारंभ कर नौ दिन में छह मास के लिए शक्ति संचय करते हैं, फिर अश्विन मास की नवरात्रि में शेष छह मास के लिए शक्ति संचय करते हैं।

शुक्रवार, 16 मार्च 2018

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का अनुशरण करें :- रंजीत राज



मैं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का ऋणी हूँ। जिन्होंने रघुकूल मर्यादा के अनुरूप राजमहल छोड़कर जंगल गये व समाज के वंचित उस वानर, भालू वीरो के साथ लेकर महाबलशाली रावण का सर्वनाश किये। दलित के झूठे बैर खाकर समाज को वो सन्देश दिये जिसका अमल आज तक नही हो सका। हम सिर्फ राम का अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए उपयोग करते है मगर उनके कार्य व संदेश को अनुशरण नहीं करते है। जो हमारे सनातन धर्म के लिए अच्छा संकेत नहीं है। अगर राम परशुराम बन गये तो फिर.............
                           जय श्री सीता राम
                भारतीय सनातन धर्म की जय हो!

मंगलवार, 13 मार्च 2018

भगवान को ठगने वाला नगर पंचायत जगदीशपुर :- रंजीत राज


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भोजपुर, बिहार ।

नगर पंचायत जगदीशपुर के भ्रष्टाचार की ये आलम है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कचड़ा संग्रह योजना की राशि से खरीदी गई कुछ ही Dustbin एवं Pole Mounted Bin (Steel) सामग्री को कमरे में छुपाकर रखा गया है। एवं इसी उपकरण के सहारे लाखों -लाख रुपये गबन की जा रही है।

जब-जब राशि प्राप्त हो रही है तब-तब इसी उपकरण के सहारे राशि गबन की जा रही है। इनसब भ्रष्टाचार में नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी, जगदीशपुर का संरक्षण प्राप्त है। आनेवाले दिनों में इनसब भ्रष्टाचार के तहत गबन की गई राशि का जवाबदेही कार्यपालक पदाधिकारी को होगी। ये लोग भगवान को ठगने वाले है तो, इंसानों को क्यों छोड़ेंगे ? किस तरह से शिवजी के पोखरा पर हिन्दुओं के महानतम पर्व छठ व्रत का हवाला देकर 10,000,00/- (दस लाख रूपये) की राशि गबन कर ली है। परन्तु कार्य स्थल पर 10 पैसे भी खर्च नहीं की गई। दस लाख रूपये की वसूली अगर नगर पंचायत के वार्ड नं० -01 से की जाये तो बच्चे से बूढ़े तक के प्रत्येक व्यक्ति पर लगभग 400/- रूपये की दर से राशि पड़ेगी ।

सोमवार, 12 मार्च 2018

हत्याकाण्ड की पुनरावृत्ति की कोशिश - रंजीत राज

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भोजपुर, बिहार

रंजीत राज, कुमार मुकेश सिंह एवं मार्कण्डेय सिंह पर रंगदारी माँगने संबंधित भूतपूर्व मुख्य पार्षद रीता कुमारी नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर बिहार द्वारा दी गई आवेदन एवं प्राथिमिकी दर्ज होने पर रंजीत राज का कहना है कि इसी तरह से नगर पंचायत जगदीशपुर में की गई करोड़ो रूपये की सरकारी राशि गबन का विरोध करने वाले दिवगंत R.T.I कार्यकर्त्ता श्री मृत्युंजय सिंह के अलावे पूर्व विधायक श्री दिनेश सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी हरिवीर गौतम, नगर पंचायत जगदीशपुर, विनोद वर्मा एवं अन्य पदाधिकारियों के विरुद्ध लगातार पत्राचार करती रही है। इनके सभी शिकायत पत्रो में श्री मृन्तुंजय सिंह जांचोपरान्त निर्दोष साबित हुए। अपने मूल स्वभाव दृढ़ संकल्प के अनुरूप जगदीशपुर के विकास हेतु वट वृक्ष के समान इनके भ्र्ष्टाचार के तहत करोड़ो रूपये की राशि घोटाला उजागर करने के लिए R.T.I एवं शिकायत पत्रों को स्थानीय अधिकारियों से लेकर राज्य स्तर के अधिकारियों को शिकायत पत्र प्रेषित करते रहे जांच में दोषी पाए जाने पर करवाई नही होने पर मृन्तुंजय सिंह द्वारा पटना उच्च न्यायालय में सरकारी राशि घोटाला को लेकर एक रिट याचिका दायर की गयी। इस रिट याचिका की जानकारी मिलने पर मुकेश कुमार गुड्डु द्वारा अपनी पत्नी को बचाने हेतु अपराधियो के साथ मिलकर श्री मृन्तुंजय सिंह की हत्या कर एवं करवा दी। इसके वाबजूद मृन्तुंजय सिंह के भाई एवं मेरे द्वारा लगातार नगर पंचायत जगदीशपुर में आर्थिक  आतंकवाद एवं रक्तबीज रूपी व्याप्त भ्र्ष्टाचार के विरुद्ध जगदीशपुर के हित में जनकल्याणकारी संघर्ष जारी रखे है। हमलोगों के द्वारा भी पटना उच्च न्यायालय में एक क्रिमिनल रिट याचिका 1309/2017 दायर की गयी है, जिसमें रीता कुमारी भी एक प्रतिवादी है। जिनके द्वारा अभी तक अपना पक्ष नही रखा गया है इन्ही सब विषय-वस्तु को लेकर रीता कुमारी के कार्यकाल में की गयी 10 से 15 करोड़ रुपये की राशि घोटाला छुपी रहे और इनके कार्यकाल में किये गए घोंटालों को इनके पति मुख्य पार्षद मुकेश कुमार द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है। अगर स्थानीय पदाधिकारी द्वारा नगर पंचायत के घोंटालों को हल्के में लिया गया तो मृन्तुंजय सिंह हत्या कांड की पुनरावृत्ति होगी, जिसके लिए बहुत हद तक स्थानीय प्रशासन जिम्मेवार होगी।

शनिवार, 10 मार्च 2018

हत्याकाण्ड की पुनरावृत्ति की कोशिश - रंजीत राज


भोजपुर: रंजीत राज, कुमार मुकेश सिंह एवं मार्कण्डेय सिंह पर रंगदारी माँगने संबंधित भूतपूर्व मुख्य पार्षद रीता कुमारी नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर बिहार द्वारा दी गई आवेदन एवं प्राथिमिकी दर्ज होने पर रंजीत राज का कहना है कि इसी तरह से नगर पंचायत जगदीशपुर में की गई करोड़ो रूपये की सरकारी राशि गबन का विरोध करने वाले दिवगंत R.T.I कार्यकर्त्ता श्री मृत्युंजय सिंह के अलावे पूर्व विधायक श्री दिनेश सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी हरिवीर गौतम, नगर पंचायत जगदीशपुर, विनोद वर्मा एवं अन्य पदाधिकारियों के विरुद्ध लगातार पत्राचार करती रही है। इनके सभी शिकायत पत्रो में श्री मृन्तुंजय सिंह जांचोपरान्त निर्दोष साबित हुए। अपने मूल स्वभाव दृढ़ संकल्प के अनुरूप जगदीशपुर के विकास हेतु वट वृक्ष के समान इनके भ्र्ष्टाचार के तहत करोड़ो रूपये की राशि घोटाला उजागर करने के लिए R.T.I एवं शिकायत पत्रों को स्थानीय अधिकारियों से लेकर राज्य स्तर के अधिकारियों को शिकायत पत्र प्रेषित करते रहे जांच में दोषी पाए जाने पर करवाई नही होने पर मृन्तुंजय सिंह द्वारा पटना उच्च न्यायालय में सरकारी राशि घोटाला को लेकर एक रिट याचिका दायर की गयी। इस रिट याचिका की जानकारी मिलने पर मुकेश कुमार गुड्डु द्वारा अपनी पत्नी को बचाने हेतु अपराधियो के साथ मिलकर श्री मृन्तुंजय सिंह की हत्या कर एवं करवा दी। इसके वाबजूद मृन्तुंजय सिंह के भाई एवं मेरे द्वारा लगातार नगर पंचायत जगदीशपुर में आर्थिक  आतंकवाद एवं रक्तबीज रूपी व्याप्त भ्र्ष्टाचार के विरुद्ध जगदीशपुर के हित में जनकल्याणकारी संघर्ष जारी रखे है। हमलोगों के द्वारा भी पटना उच्च न्यायालय में एक क्रिमिनल रिट याचिका 1309/2017 दायर की गयी है, जिसमें रीता कुमारी भी एक प्रतिवादी है। जिनके द्वारा अभी तक अपना पक्ष नही रखा गया है इन्ही सब विषय-वस्तु को लेकर रीता कुमारी के कार्यकाल में की गयी 10 से 15 करोड़ रुपये की राशि घोटाला छुपी रहे और इनके कार्यकाल में किये गए घोंटालों को इनके पति मुख्य पार्षद मुकेश कुमार द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है। अगर स्थानीय पदाधिकारी द्वारा नगर पंचायत के घोंटालों को हल्के में लिया गया तो मृन्तुंजय सिंह हत्या कांड की पुनरावृत्ति होगी, जिसके लिए बहुत हद तक स्थानीय प्रशासन जिम्मेवार होगी।