विभाग के द्वारा क़ानूनी कारवाई में दोहरी नीति ! - रंजीत राज
जगदीशपुर, (भोजपुर) -
अरवल के मुख्य पार्षद को 1.17 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता पर बर्खास्त करना नगर विकास एवं आवास विभाग, पटना द्वारा की गई कारवाई दोहरी नीति को उजागर करती है। नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर में 18 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता हुई है। मगर शिकायत करने के बावजूद भी किसी भी तरह की क़ानूनी कारवाई नही हो रही है। वर्त्तमान समय मे लूट की प्रक्रिया निरन्तर जारी है। जिस
आरोप के आधार पर अरवल के मुख्य पार्षद को बर्खास्त किया गया है। उससे कही एकगुना- दोगुना नही बल्कि 50/60 गुना वित्तीय अनियमितता, गबन/घोटाला जगदीशपुर नगर पंचायत में है। लेकिन कोई भी कारवाई नही होना नगर विकास एवं आवास विभाग पर भी सवालिया निशान खड़ा करता है?
जगदीशपुर, (भोजपुर) -
अरवल के मुख्य पार्षद को 1.17 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता पर बर्खास्त करना नगर विकास एवं आवास विभाग, पटना द्वारा की गई कारवाई दोहरी नीति को उजागर करती है। नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर में 18 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता हुई है। मगर शिकायत करने के बावजूद भी किसी भी तरह की क़ानूनी कारवाई नही हो रही है। वर्त्तमान समय मे लूट की प्रक्रिया निरन्तर जारी है। जिस
दिनांक 06.04.2018 में दैनिक जागरण अख़बार में प्रकाशित |
आरोप के आधार पर अरवल के मुख्य पार्षद को बर्खास्त किया गया है। उससे कही एकगुना- दोगुना नही बल्कि 50/60 गुना वित्तीय अनियमितता, गबन/घोटाला जगदीशपुर नगर पंचायत में है। लेकिन कोई भी कारवाई नही होना नगर विकास एवं आवास विभाग पर भी सवालिया निशान खड़ा करता है?
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