अगर समृद्ध हिन्दू संस्कृति का संरक्षण न किया गया तो विश्व से ये धरोहरें मिट जायेंगी। आज भोगवादी पश्चिमी संस्कृति से हिन्दू संस्कृति को बचाने की ज़रूरत है ।
बुधवार, 25 फ़रवरी 2015
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1907 में घाट पर स्थापित शिलापट्ट अपने वजूद को प्रमाणित कर रहा है, जबकि वर्षो पूर्व विकास का कोई प्रमाण नहीं है। - रंजीत राज
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